Crop Name: Wheat

Disease Name : सूत्रकृमि (Nimatod)



  • फसल के हर हिस्से को प्रभावित करते है।
  • फसल पर जब अत्याधिक मात्रा में कीट का प्रकोप होता है तब 80 से 90 प्रतिशत तक फसल को नुकसान कर सकता है।
  • सुत्रकृमि से संक्रमित पौधे की वृध्दि प्रभावित होती है या लगभग रुक जाती है।
  • गेहूं में जब सुत्रकृमि का प्रकोप होता तब पौधों का पोषण स्वयं ग्रहण करता है जिस कारण पौधो की जड़े छोटी रह जाती है।
  • जड़ो पर गांठ पड़ जाती है।
  • कई मामलों में, पौधे से मिट्टी से बाहर नहीं निकलते है।
  • डंठल अधिक व बालियों का विकास कम होता है।

ऐसी स्थिति में बेहतर होता है कि प्रतिरोधी किस्मों का प्रयोग करें।

रसायन

कार्बोफ्युरान फुरादन मात्रा 5.0 किलो प्रति एकड़ का प्रयोग करे।