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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 30 जनवरी से किसान मेले का आयोजन होने वाला है. यह किसान मेला 2 दिन चलेगा. इसका आयोजन सीएसआईआर-सीमैप (CISR-CIMAP) मुख्यालय में किया जा रहा है. 30 जनवरी से शुरू होने वाले इस मेले में पूरे देश से करीब 5000 किसान शामिल होंगे. इसके अलावा इस मेले में उद्यमी और उद्योग से जुड़े लोग भी मौजूद रहेंगे. यह जानकारी शनिवार को सीएसआईआर-सीमैप के निदेशक डॉक्टर प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने मीडिया कर्मियों से बातचीत में दी. जानकारी के अनुसार इस मेले में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आ सकते हैं. साथ ही यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही समेत कई वीआईपी भी इसमें शामिल होंगे.
सीएसआईआर-सीमैप के निदेशक डॉक्टर प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने जानकारी दी है कि 30 और 31 जनवरी को आयोजित होने वाले किसान मेला- 2024 में देश के करीब 21 राज्यों से 5000 से अधिक किसानों, 500 महिला उद्यमियों, सगंध कंपनियों के प्रतिनिधी एवं 15 अन्य शोध संस्थान, सरकारी तथा गैर सरकारी समितियों के सदस्य भी भाग लेंगे.
किसान मेले में हर साल की तरह विज्ञानिक-उद्योग-किसान-संवाद, उन्नत पौध सामग्री व प्रकाशनों का विक्रय, उन्नत पौध किस्मों, तकनीकों एवं उत्पादों का प्रदर्शन तथा विकसित कृषकोन्मुखी तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा. इस वर्ष किसान मेले में किसानों और उद्यमियों के लिए एरोमा मिशन मोबाइल एप का लांच होगा. यह एप किसान वैज्ञानिक और खरीदारों को आपस में जोड़ने का कार्य करता है.
इस किसान मेले का उद्देश्य है कि किसानों की आय और स्टार्टअप को आगे बढ़ाया जाए. मेले में केरल, नागालैंड, मेघालय के किसान भी शामिल होंगे. इस दौरान ऐप भी लॉन्च किया जाएगा. जिसके जरिए किसान और उद्यमी एक साथ डायरेक्ट जुड़कर बातचीत कर सकेंगे. इससे किसानों और इंडस्ट्रीज के बीच की दूरी खत्म होगी. लंबे समय से किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है. इस मेले के आयोजन का उद्देश्य किसानों की आय में नई तकनीक के माध्यम से वृद्धि करना है.
इस बार का किसान मेला खास होगा. किसान मेले के जरिए औषधीय पौधों की उन्नत किस्म और कृषि में इस्तेमाल की जाने वाली नई तकनीक की जानकारी दी जाएगी. इसका मकसद फसलों की उन्नत किस्म और तकनीक तक किसानों की पहुंच को आसान बनाना है. इसके साथ ही संस्थान एक सीमैप की उन्नत प्रजातियों की पुस्तक एवं दो उत्पादों का विमोचन करेगा.