महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होने जा रहा है। हर बार की तरह यह आयोजन भी श्रद्धा, भक्ति और संस्कृति का अद्भुत संगम होगा। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु यहां गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम पर स्नान करने आने वाले हैं। इस बार प्रशासन ने इस आयोजन को और अधिक भव्य और सुविधाजनक बनाने के लिए कई नई पहल की हैं। इस महाकुंभ आपके रहने की क्या व्यवस्था है, आइये जानते है विस्तार से.
महाकुंभ के दौरान ठहरने का सबसे बड़ा सवाल होता है कि इतनी भीड़ में ठिकाना कहां मिलेगा। इस बार सरकार ने इस समस्या को दूर करने के लिए खास इंतजाम किए हैं।
अगर आप आधुनिकता और परंपरा का संगम महसूस करना चाहते हैं, तो टेंट सिटी आपके लिए है। संगम क्षेत्र के पास बनी यह टेंट सिटी आपको हर सुविधा देती है। डीलक्स टेंट्स में बेहतरीन फर्नीचर, एसी और अटैच्ड बाथरूम होंगे। साधारण टेंट्स और सामुदायिक शिविर किफायती दाम पर उपलब्ध होंगे। डोम सिटी के बनने से महाकुंभ में रहने की व्यवस्था दुरस्त हो जाएगी। संगम किनारे बसे लोगों ने प्रति रात्रि रुकने के हिसाब से किराए तय कर लिए है। सस्ती दरों में श्रद्धालुओं को गंगा किनारे रात्रि बिताने की व्यवस्था आसानी से मिल जाएगी। हालांकि, भीड़ का ध्यान रखते हुए होटलों की प्री-बुकिंग कर लेना बेहतर विकल्प है।
धर्मशालाएं और आश्रम: धार्मिक स्थानों के पास कई धर्मशालाएं और आश्रम श्रद्धालुओं के लिए खुले रहेंगे। ये न केवल किफायती हैं, बल्कि धार्मिक माहौल का अनुभव करने के लिए भी आदर्श हैं।
होटल और गेस्ट हाउस: अगर आप थोड़ी और सुविधा चाहते हैं, तो प्रयागराज में होटल और गेस्ट हाउस भी बुक कर सकते हैं। बुकिंग के लिए पहले से योजना बनाना बेहतर होगा क्योंकि महाकुंभ के दौरान भीड़ बहुत ज्यादा होती है।
भोजन और अन्य सुविधाएं
कैसे करें बुकिंग? महाकुंभ 2025 में ठहरने के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है। आधिकारिक वेबसाइट (https://prayagrajkumbh.gov.in) पर जाकर आप अपनी पसंद का ठहरने का स्थान बुक कर सकते हैं।
महाकुंभ 2025 न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, आस्था और परंपरा का जीता-जागता उदाहरण भी है। यहां आकर आप न केवल संगम में पवित्र स्नान करेंगे, बल्कि आध्यात्मिक शांति और ऊर्जा का अद्भुत अनुभव भी करेंगे। तो इस महाकुंभ आप भी भक्ति के रस में डुबने और भारतीय संस्कृति के सबसे बड़े और भव्य मेले में जरुर आए।
ये भी पढें...