• होम
  • लू और हीट स्ट्रोक से बचाव को लेकर प्रशासन की सख्ती, नागरिकों...

लू और हीट स्ट्रोक से बचाव को लेकर प्रशासन की सख्ती, नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील

हीट स्ट्रोक अलर्ट
हीट स्ट्रोक अलर्ट

राज्य में लगातार बढ़ती गर्मी और लू की तीव्रता को देखते हुए उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकाल के दौरान बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं, बीमार व्यक्तियों और बाहर काम करने वाले श्रमिक की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि सरकार और प्रशासन पूरी तरह सतर्क एवं तैयार हैं और प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को आवश्यक तैयारियों के निर्देश दिए जा चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग को दिए गए विशेष निर्देश:

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की प्रबंध संचालक डॉ. सलोनी सिडाना ने प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों और अस्पताल अधीक्षकों को गर्मी या लू से संबंधित बीमारियों से सुरक्षा के लिये आवश्यक तैयारियों और जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भारत सरकार द्वारा जारी हीट रिलेटेड इलनेस से बचाव के दिशा-निर्देश जिलों व स्वास्थ्य संस्थाओं में अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने और जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में इन पर चर्चा करने के निर्देश भी दिए हैं।

लू से बचने के लिये आवश्यक सुझाव:

  1. खुद को हाइड्रेटेड रखें: गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। नागरिकों को चाहिए कि वे दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें, भले ही प्यास न लगे। यात्रा करते समय पानी साथ रखें। ओआरएस, नींबू पानी, लस्सी, छाछ, फलों के रस और मौसमी फलों जैसे तरबूज, खीरा, खरबूजा आदि का सेवन शरीर में तरलता बनाए रखने में सहायक होता है।
  2. शरीर को ढंककर रखें: धूप में निकलते समय हल्के रंग के, सूती और ढीले कपड़े पहनें। सिर को टोपी, छतरी, गमछा या रुमाल से ढकें। नंगे पांव बाहर न निकलें, चप्पल या जूते अवश्य पहनें।
  3. घर को ठंडा रखें: दोपहर में घर के पर्दे और खिड़कियां बंद रखें और रात में हवा के संचार के लिए खोलें। गर्मी में अधिकतर समय छांव या घर के अंदर बिताएं। बाहर निकलना हो तो सुबह या शाम के ठंडे समय में जाएं।

तेज गर्मी में इन बातों का रखें खास ध्यान:

  • दोपहर 12 से 3 बजे तक बाहर न निकलें, यदि जरूरी हो तभी निकलें।
  • भारी मेहनत या शारीरिक कार्य इस समय के लिये टालें।
  • शराब, चाय, कॉफी, सॉफ्ट ड्रिंक्स, अत्यधिक मीठे या बासी भोजन से बचें।
  • बच्चों या पालतू जानवरों को बंद वाहन में न छोड़ें

श्रमिकों और आमजन की सुरक्षा के लिए अपनाएं ये इंतज़ाम: कार्यस्थलों पर ठंडा पानी उपलब्ध कराएं और हर 20 मिनट में पानी पीने की सलाह दें। कार्य को सुबह या शाम के समय शेड्यूल करें। छांव की व्यवस्था करें और श्रमिकों को पर्याप्त विश्राम दें। 'बडी सिस्टम' अपनाएं और प्रशिक्षित फर्स्ट एड कर्मी तैनात करें। भीड़-भाड़ वाले आयोजनों में जलपान, छांव और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था अनिवार्य करें।

हीट स्ट्रोक के लक्षण, ऐसे करें बचाव: गर्मी से हीट रैश, मांसपेशियों की ऐंठन, हीट एग्जॉशन और हीट स्ट्रोक जैसी बीमारियां हो सकती हैं। हीट स्ट्रोक के लक्षणों में तेज बुखार, भ्रम, बेहोशी, त्वचा का लाल और गर्म होना शामिल है। यह स्थिति जानलेवा हो सकती है, अतः तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

ये भी पढें- स्व-सहायता समूहों से बदलेगी महिलाओं की किस्मत, जानें सरकारी योजनाएं

khetivyapar.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण जानकारी WhatsApp चैनल से जुड़ें