विज्ञापन
ITU-WTSA रोबोटिक्स चैलेंज में 11 राज्यों के छात्रों ने भाग लिया, जहां उन्होंने आपदाओं के समाधान के लिए नवाचारी तकनीकी समाधानों को प्रस्तुत किया। इस आयोजन का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को आगे बढ़ाने के लिए रोबोटिक्स के व्यावहारिक समाधानों को प्रदर्शित करना था।
अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) विश्व दूरसंचार मानकीकरण महासभा (आईटीयू-डब्ल्यूटीएसए 2024) का आयोजन नई दिल्ली में किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय आयोजन को एआई फार गुड इम्पैक्ट इंडिया के तहत आयोजित किया गया और यह एआई फॉर गुड समिट 2025 के लिये जिनेवा में होने वाली ग्रैंड फिनाले के लिये एक क्वालिफाइंग टूर्नामेंट है। इस आयोजन में युवा नवप्रवर्तकों ने अपनी रोबोटिक्स और कोडिंग क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
इस प्रतियोगिता में कुल 120 टीमों ने आवेदन किया था, जिनमें से 51 टीमों को यहां अपने रोबोटिक्स समाधानों को प्रस्तुत करने के लिए चुना गया। प्रतियोगिता की थीम 'आपदा प्रबंधन' और जूनियर एवं सीनियर श्रेणियों के विजेताओं को जुलाई 2025 में जिनेवा में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा।
प्रतिभागियों के लिए पहली चुनौती यह थी कि वे एक ऐसा रोबोटिक सिस्टम बनाएं जो भूकंप पीड़ितों की जान बचा सके। एक सिमुलेशन के माध्यम से वास्तविक भूकंप की स्थिति का अनुकरण किया गया, जहां रोबोट्स को पीड़ितों को सुरक्षित रूप से शरण स्थलों और अस्पतालों तक पहुंचाने का कार्य दिया गया।
इस कार्यक्रम में कई विशिष्ट व्यक्तियों ने महत्वपूर्ण भाषण दिए, जिनमें ITU के डिप्टी सेक्रेटरी जनरल श्री टोमास लामनास्कास, ITU के दूरसंचार मानकीकरण ब्यूरो के निदेशक श्री सिज़ो ओनो और आई-हब फाउंडेशन फॉर कोबोटिक्स (IHFC) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रो. एस. के. साहा व अन्य लोग शामिल थे। प्रतियोगिता का समापन पुरस्कार समारोह के साथ हुआ, जहां सीनियर श्रेणी के विजेता “एआई पायनियर्स” टीम और जूनियर श्रेणी के विजेता “रेस्क्यू रेंजर्स” टीम को सम्मानित किया गया।
आज की गतिविधियों ने विश्व दूरसंचार मानकीकरण महासभा की उस प्रतिबद्धता को दर्शाया है, जो समाज और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देती है। विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाकर WTSA 2024 वैश्विक मुद्दों को हल करने के लिए नवाचार का मार्ग प्रशस्त कर रहा है।