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भारत के मौसम में चक्रवात और बारिश का एक खास महत्व है। हाल ही में, मणिपुर, बांग्लादेश और पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश में चक्रवाती परिसंचरण ने एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। इस मौसम प्रणाली के कारण अगले कुछ दिनों में पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में हल्की से मध्यम बारिश के साथ तूफान, बिजली और भारी बारिश की संभावना है। हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि यह मौसम प्रणाली क्या है और इसके प्रभाव क्या हो सकते हैं।
मणिपुर और बांग्लादेश में चक्रवाती परिसंचरण के कारण निचले वायुमंडलीय स्तरों में मौसम प्रभावित हो रहा है। यह परिसंचरण एक महत्वपूर्ण मौसम घटना है जो क्षेत्र में वर्षा और तूफान का कारण बनती है।
इन चक्रवाती परिसंचरणों के प्रभाव से अगले पांच दिनों में पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत में हल्की से मध्यम बारिश, तूफान और बिजली की संभावना है। यह बारिश क्षेत्र की खेती और जल संसाधनों के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश: 04 और 05 जुलाई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है। इस समय के दौरान, द्वीपों पर बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए।
उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश: 07 जुलाई को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश की संभावना है। यह बारिश पर्वतीय क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन का कारण बन सकती है।
ओडिशा में भारी बारिश: 04 से 07 जुलाई के बीच ओडिशा में भारी बारिश की संभावना है। यह बारिश राज्य के विभिन्न हिस्सों में जल जमाव और बाढ़ की स्थिति पैदा कर सकती है।
गंगा के पश्चिम बंगाल और झारखंड में बारिश: 04 जुलाई को गंगा के पश्चिम बंगाल और झारखंड में भारी बारिश की संभावना है। इससे नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
बिहार, नागालैंड, मणिपुर, में बारिश: 06 और 07 जुलाई को बिहार में आज का मौसम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना है। यह बारिश क्षेत्र में जल जमाव और बाढ़ का कारण बन सकती है।
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बारिश: 04 से 06 जुलाई के बीच उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बहुत भारी बारिश की संभावना है। इस अवधि के दौरान, क्षेत्र में भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।
अरुणाचल प्रदेश में अत्यधिक भारी बारिश: 05 और 06 जुलाई को अरुणाचल प्रदेश में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। इस समय के दौरान, क्षेत्र में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है।
असम और मेघालय में भारी बारिश 04 से 06 जुलाई के बीच असम और मेघालय में भारी बारिश की संभावना है। यह बारिश क्षेत्र में जल जमाव और बाढ़ का कारण बन सकती है।
निष्कर्ष: चक्रवाती परिसंचरण और इसके प्रभाव से होने वाली बारिश भारत के पूर्व और उत्तर-पूर्व में एक महत्वपूर्ण मौसम घटना है। यह बारिश क्षेत्र की खेती, जल संसाधनों और जनजीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। इसलिए, लोगों को सतर्क रहना चाहिए और मौसम विभाग की सलाह का पालन करना चाहिए।