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Haryana Weather Today: हरियाणा के इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने जारी किया येलो अलर्ट

हरियाणा में भारी बारिश के कारण इन जिलों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है
हरियाणा में भारी बारिश के कारण इन जिलों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है

हरियाणा में मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है। जुलाई महीने की शुरुआत में जिस तरह मानसून ने रफ्तार पकड़ी थी ऐसा लग रहा था कि राहत मिलती रहेगी। वहीं, राज्य में बादल छाने के साथ-साथ हवाएं तो चल रही हैं, लेकिन बारिश की तादाद कम हो गई है। आइए जानते हैं आज 16 जुलाई को हरियाणा के किन-किन जिलों में बारिश होने की संभावना है।

अंबाला में 16 जुलाई से 21 जुलाई का मौसम अपडेट:

हरियाणा मौसम विभाग ने आज अंबाला में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया है। 21 जुलाई को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहेगा। आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, और बारिश या आंधी की संभावना बनी रहेगी।

चंडीगढ़ में 16 जुलाई को बारिश होने की सम्भावना:

मौसम विभाग की मानें तो चंडीगढ़ में 16 जुलाई से फिर मानसून एक्टिव होगा। जिसके बाद 17 और 18 जुलाई को चंडीगढ़ में अच्छी बारिश होने की संभावना है। यह बारिश क्षेत्र की खेती और जलस्तर के लिए वरदान साबित हो सकती है।

हरियाणा के इन जिलों में आज बारिश होने की संभावना: प्रदेश के कुछ इलाकों में मौसम विभाग ने आज बारिश की संभावना जताई है, लेकिन बारिश का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। आज निसिंग, नूह एपीएमसी, पाई एपीएमसी, पलवल, पंचकूला एपीएमसी, पानीपत, पेहोवा, पिल्लूखेड़ा, पुंडरी, पुन्हाना एपीएमसी, रायपुर रानी एपीएमसी, रानिया, रतिया, रेवाड़ी, रोहतक, सढौरा एपीएमसी, सफीदों, समालखा, शाहबाद, शहजादपुर एपीएमसी, सिरसा, सिवानी, सोनीपत में आज का मौसम, तौरू एपीएमसी, टोहाना, उचाना, उकलाना एपीएमसी, यमुना नगर एपीएमसी और चंडीगढ़-एयरपोर्ट में हल्की बारिश की संभावना है।

बारिश का असर और संभावित नुकसान: बारिश का सीधा असर खेती, यातायात, और जनजीवन पर पड़ता है। भारी बारिश से फसलें डूब सकती हैं, जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है। वहीं, शहरों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है।

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खेती और मानसून: मानसून का मौसम खेती के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। अच्छी बारिश से फसलों की अच्छी पैदावार होती है, लेकिन अत्यधिक बारिश से फसलें खराब भी हो सकती हैं। किसानों को मानसून के पूर्वानुमान के आधार पर ही अपनी फसलों की बुआई और कटाई की योजना बनानी चाहिए।

सामान्य सलाह और सुझाव: मानसून के दौरान स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। बारिश के पानी से बचें और हमेशा साफ पानी पीएं। बाहर के खाने से बचें और ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। 
 

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