विज्ञापन
उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में अगले 5 दिनों में व्यापक हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज, बिजली गिरने की संभावना है। इस दौरान क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता अलग-अलग होगी, जिससे स्थानीय जलभराव और बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
जम्मू-कश्मीर में आज का मौसम, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद में 4 से 6 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है। इन क्षेत्रों में बारिश की तीव्रता अधिक होने के कारण सतर्क रहना आवश्यक है। यह बारिश पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और नदी-नालों में जलस्तर बढ़ा सकती है। क्या आपने कभी देखा है कि कैसे बारिश की बूँदें पहाड़ियों को जीवन देती हैं? लेकिन यही बारिश कभी-कभी खतरे का कारण भी बन सकती है।
हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान में 3 से 6 जुलाई तक अलग-अलग भारी बारिश की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान में 3 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश में 3 से 4 जुलाई तक और छत्तीसगढ़ में 3 जुलाई को भारी बारिश की संभावना है।
उत्तराखंड में बहुत भारी बारिश का अलर्ट: उत्तराखंड में 3 से 6 जुलाई के दौरान बहुत भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान पंजाब में 3 जुलाई को, हरियाणा में 3 जुलाई को और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 3 और 6 जुलाई को बहुत भारी बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में 5 और 6 जुलाई को बहुत भारी बारिश की संभावना है। अगर आप उत्तराखंड में रहते हैं, तो यह समय है अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहने का।
पश्चिमी राजस्थान में बारिश की स्थिति: पश्चिमी राजस्थान में 3 जुलाई को भारी बारिश की संभावना है। यह क्षेत्र आमतौर पर शुष्क रहता है, इसलिए यहां की बारिश विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो सकती है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में संभावित बारिश: मध्य प्रदेश में 3 से 4 जुलाई तक और छत्तीसगढ़ में 3 और 3 जुलाई को भारी बारिश की संभावना है।
बारिश के दौरान सुरक्षा उपाय: बारिश के दौरान सुरक्षित रहने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाए जाने चाहिए। घर से बाहर निकलते समय छाता या रेनकोट का उपयोग करें। बिजली चमकने पर पेड़ों के नीचे खड़े न हों और ऊंचे स्थानों पर शरण लें।