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त्योहारों के बीच केंद्रीय कैबिनेट की तरफ से किसानों को बड़ी खुशखबरी दी गई है। कैबिनेट और CCEA की तरफ से आज रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने पर फैसला लिया गया।
जानकारी के अनुसार, कैबिनेट ने रबी की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2 से लेकर 7 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है। इनमें सबसे ज्यादा गेहूं और मसूर की फसल पर किसानों को फायदा हुआ है। कैबिनेट की तरफ से आज गेहूं, जौ, मसूर, रेपसीड सरसों, सूरजमुखी और चना के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फैसला किया गया है।
ऑयल सीड के MSP पर 3.5 पर्सेंट से 4 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है और चने के MSP पर 2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
सरकार ने गेहूं और सरसों समेत 6 फसलों के एमएसपी को बढ़ाने का फैसला लिया है। गेहूँ, जौ,आलू, चना, मसूर, अलसी, मटर व सरसों रबी की प्रमुख फसलें मानी जाती हैं। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 150 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ा दिया है। इसके अलावा सरसों का एमएसपी को 400 रुपये तक बढ़ा दिया है।
क्या होता है न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)
दरअसल किसानों को फसलों का उचित दाम मिलने के लिए MSP की व्यवस्था शुरू की गई। इसके तहत सरकार फसलों की एक न्यूनतम कीमत तय करती है, इसे न्यूनतम समर्थन मूल्य कहते हैं। इस व्यवस्था का फायदा यह है कि अगर कभी फसलों की बाजार कीमत गिर भी जाती है, तब भी केंद्र सरकार इस एमएसपी पर ही किसानों से फसल खरीदती है।
कैबिनट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार किसानों की आय को डेढ़ गुना बढ़ाएगी। किसानों को पिछले साल की तुलना में तिलहन और सरसों में 200 रुपये प्रति क्विंटल, मसूर पर 425 रुपये प्रति क्विंटल, गेंहू पर 150 रुपये, जौ पर 115 रुपये, चना 105 रुपये और सनफ्लोअर पर 150 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा दिया है।