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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में रोजगार के अवसर सृजन और युवाओं के सशक्तिकरण को हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उनका कहना है कि देश की जनसांख्यिकीय लाभांश हमारी सबसे बड़ी ताकत है और भारत सरकार युवाओं की प्रतिभा का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
वर्तमान सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन कई महत्वपूर्ण पहलों और फैसलों से चिह्नित रहे, जिनका लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है और ‘विकसित भारत 2047 की मजबूत नींव रखी गई है। नागरिक केंद्रित निर्णयों को प्रधानमंत्री के उस दृष्टिकोण से प्रेरित किया गया है, जो जीवन को आसान बनाने और गरीब एवं मध्यम वर्ग, दलित, वंचित, आदिवासी, नारी शक्ति और युवा शक्ति का जीवन बेहतर बनाने पर केंद्रित है।
पहले 100 दिनों के दौरान, केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों द्वारा 15,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र जारी किए गए। इन नई नियुक्तियों में विभिन्न रैंकों, पदों और समूहों की नियुक्तियां शामिल थीं।
नए नियुक्त कर्मचारियों को "कर्मयोगी प्रारंभ" के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त करने का भी अवसर मिलेगा, जो iGOT कर्मयोगी पोर्टल पर एक ई-लर्निंग मॉड्यूल है। इस पोर्टल पर 1200 से अधिक उच्च गुणवत्ता वाले ई-लर्निंग पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जिन्हें आसानी से सीखा जा सकता है। अब तक 43 लाख से अधिक कर्मयोगियों को इस पोर्टल पर जोड़ा गया है। यह पहल नागरिक केंद्रित शासन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सितंबर 2020 में शुरू की गई थी।