बिहार सरकार दे रही मधुमक्खी पालन पर 90% तक सब्सिडी
By khetivyapar
पोस्टेड: 07 May, 2024 12:00 AM IST Updated Sun, 15 Sep 2024 11:27 AM IST
मधुमक्खी पालन सब्सिडी योजना, जो कि बिहार सरकार द्वारा प्रारंभ की गई है, एक महत्वपूर्ण कदम है जो बिहार राज्य के किसानों को बढ़ते बिजनेस के लिए प्रोत्साहित करने का उद्देश्य रखती है। इस योजना के अंतर्गत, किसानों को मधुमक्खी पालन की लागत पर अधिकतम 90% तक सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जो कि उनके लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है।
मधुमक्खी पालन सब्सिडी योजना का उद्देश्य:
- फसल उत्पादन में वृद्धि: यह योजना मधुमक्खी द्वारा परागण की प्रक्रिया के माध्यम से फसल उत्पादन में वृद्धि करने का उद्देश्य रखती है। मधुमक्खियों के परागण से किसान अधिक उत्पादन और अधिक दाम प्राप्त कर सकते हैं।
- मधु उत्पादन को बढ़ावा: इस योजना का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य है मधु उत्पादन को बढ़ावा देना। अधिक मधु उत्पादन करके, किसान अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं।
नए मधुमक्खी पालकों को योजना का लाभ:
- आवेदक को बिहार राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
- यह योजना विशेष रूप से उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो सरकारी संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। इससे उन्हें और अधिक समर्थ किया जाएगा और वे अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकेंगे।
- यह योजना विशेष रूप से नए मधुमक्खी पालकों को ही लाभ प्रदान करेगी। जिन मधुमक्खी पालकों ने पिछले 3 वर्षों में उद्यान निदेशालय द्वारा चलाई गई मधुमक्खी पालन योजना का लाभ उठाया है, उन्हें इस वर्ष योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इससे नए उत्पादकों को भी अवसर मिलेगा और मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में नई ऊर्जा और उत्साह फैलाया जा सकेगा।
मधुमक्खी पालकों के लिए उपकरण:
इस योजना के अंतर्गत, मधुमक्खी पालकों को मधुमक्खी बक्सा, मधुमक्खी छत्ता, और मधु निष्कासन यंत्र प्रदान किए जाएंगे। ये उपकरण किसानों को मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में सुधार करने में मदद करेंगे।
बिहार मधुमक्खी पालन सब्सिडी योजना 2024:
योजना का नाम |
बिहार मधुमक्खी पालन सब्सिडी योजना |
किसने शुरू की |
बिहार सरकार ने |
स्टेटस |
योजना चालू है। |
सम्बंधित विभाग/मंत्रालय |
उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग, बिहार सरकार |
योजना का उद्देश्य |
मधुमक्खी द्वारा परागण की प्रक्रिया द्वारा फसल उत्पादन में वृद्धि तथा शहद उत्पादन को बढ़ावा देना है। |
लाभार्थी |
बिहार राज्य के किसान |
कब शुरू की गयी |
2024-25 |
सब्सिडी |
75% से 90% तक |
आवेदन का तरीका |
ऑनलाइन (Online) |
ऑफिसियल Website |
https://horticulture.bihar.gov.in |
लागत और अनुदान:
- मधुमक्खी बक्सा: मधुमक्खी बक्सा का इकाई लागत 4000.00 रु० प्रति बक्सा है।
- मधु निष्कासन यंत्र: मधु निष्कासन यंत्र का इकाई लागत 20000.00 रु० प्रति इकाई है।
- सब्सिडी की दर: किसानों को मधुमक्खी पालन इकाई की लागत पर अलग-अलग दरों में सब्सिडी प्रदान की जाएगी। सामान्य किसानों को 75% तक की सब्सिडी मिलेगी, जबकि अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों को 90% तक की सब्सिडी उपलब्ध होगी।
बिहार मधुमक्खी पालन योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- आधार कार्ड
- किसान पंजीकरण
- मोबाइल नंबर
बिहार मधुमक्खी पालन सब्सिडी योजना आवेदन की प्रक्रिया:
- प्रथम चरण: सबसे पहले आपको ऑफिशियल वेबसाइट (https://horticulture.bihar.gov.in/) पर जाना होगा। वहां, आपके सामने होम पेज पर एक आप्शन होगा मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन योजना उस पर आपको क्लिक कर देना है।
- दूसरा चरण: आवेदक का प्रकार चुनें पालन के निर्देशों को पढ़ने के बाद, आपको एक नया पेज दिखाई देगा जहां आपको आवेदक का प्रकार चुनने के लिए कहा जाएगा। यह विकल्प आपकी आवश्यकतानुसार होता है।
- तीसरा चरण: किसान DBT पंजीकरण संख्या दर्ज करें आवेदक के प्रकार का चयन करने के बाद, एक और पेज खुलेगा जिसमें आपको किसान DBT पंजीकरण संख्या दर्ज करने के लिए कहा जाएगा। इस नंबर के बिना, आपका आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा
- चौथा चरण: आवेदन जमा करें किसान DBT पंजीकरण संख्या दर्ज करने के बाद, आपको सर्च पर क्लिक करना होगा। अब आपके सामने एक फॉर्म होगा जिसमें आपको मांगी गई आवश्यक जानकारी दर्ज करनी होगी। इस फार्म को सही और पूर्णत: भरें और सबमिट करें।
समापन: इस तरह, आप बिहार मधुमक्खी पालन सब्सिडी योजना में आसानी से आवेदन कर सकते हैं और इस योजना के लाभार्थी बन सकते हैं।
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