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बिहार में किसानों की आय बढ़ाने और उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिये कई तरह के उपाय कर रही है जिसमें किसानों को बिहार सरकार आम, केला, नारियल, अमरूद, पपीता, और लीची की खेती करने के लिये अनुदान भी दे रही है ताकि किसान इस योजना का लाभ उठा सकें। दरअसल अब बिहार के किसान नकदी फसलों पर ज्यादा ध्यान दे रहें है, क्योंकि इससे उन्हें कम समय में अधिक मुनाफा कमाने का अवसर मिलता है।
गर्मियों फल शरीर के लिये बहुत ही फायदेमंद होते हैं। किसान फलों की खेती करके अपनी कमाई को बढ़ाने के साथ स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकते हैं। बिहार सरकार द्वारा किसानों को आम, केला और नारियल की खेती के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। बिहार के दरभंगा जिले के किसानों को आम, केला और नारियल की खेती करने के लिये प्रयास कर रही है और इस योजना के तहत 45 हेक्टेयर में आम और केला की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है। इसलिये बिहार सरकार ने फलों की खेती करने पर 45000 हजार रूपये की सब्सिडी दे रही है। गर्मियों में नारियल पानी की मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और साथ ही पूजा आदि के दौरान भी नारियल की डिमांड बढ़जाती है। बाजारों में नारियल पानी 50 से 60 रूपये में बिकता है।
बिहार सरकार किसानों को अपने खेतों में आम, पपीता, केला और नारियल की खेती के लिये प्रेरित कर रही है। इन फसलों की खेती करने पर किसानों को 75 प्रतिशत तक का अनुदान मिलेगा और किसानों को दो किस्तों में इसका अनुदान किया जायेगा। इसमें एक पौधे की कीमत करीब 85 रूपये रखी गई है। मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के अंतर्गत 25 हेक्टेयर में आम और 20 हेक्टेयर में केले की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है।
बिहार सरकार द्वारा इस योजना का लाभ उठाने वाले किसानों को पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज में नारियल के पौधे लगाने पर उद्यान विभाग द्वारा 75 फीसदी अनुदान दिया जायेगा। इस योजना का लाभ शहरी तथा ग्रामीण दोनों क्षेत्रों के लोग उठा सकते हैं। इस योजना के तहत एक किसान को अधिकतम 4 हेक्टेयर का लाभ दिया जायेगा। नारियल विकास बोर्ड के द्वारा किसानों को विभाग नारियल का पौधा उपलब्ध करवायेगा।
बिहार के किसान एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिये किसानों को उद्यान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर अप्लाई करना होगा।