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गुरुवार, 19 सितंबर को कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस साल देश में खरीफ धान का उत्पादन पिछले साल से अधिक होने की उम्मीद है। हालांकि इस बार भारी बारिश के कारण कुछ फसलों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन इसके बावजूद भी पैदावार बढ़ने की संभावना है। उन्होंने बताया कि अच्छी बारिश के चलते चावल की बुवाई बेहतर रही है। जबकि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ इलाकों में भारी बारिश से धान की फसल प्रभावित हुई है, लेकिन इसका कुल उत्पादन पर कोई बड़ा असर नहीं होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि इस साल चावल का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर रहेगा।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री ने जानकारी दी कि खरीफ धान की फसल, जो कि नवंबर के आसपास काटी जाती है, भारत के कुल चावल उत्पादन का लगभग 70% हिस्सा है। सरकार के तीसरे अनुमान के अनुसार, 2023-24 फसल वर्ष (जुलाई-जून) में खरीफ चावल का उत्पादन 114.36 मिलियन टन रहा। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले हफ्ते तक चावल की खेती का रकबा 1.64 मिलियन हेक्टेयर से बढ़कर लगभग 41 मिलियन हेक्टेयर हो गया है।
शिवराज सिंह चौहान ने तिलहन फसलों, जैसे सोयाबीन, को हुए नुकसान के बावजूद कुल खरीफ फसल के उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद जताई। उन्होंने बताया कि दलहन, मोटे अनाज और तिलहन के बुवाई क्षेत्र में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी हुई है, और बेहतर किस्मों के उपयोग से फसल उत्पादकता में वृद्धि होने की संभावना है।
शिवराज सिंह चौहान ने कृषि उत्पादन और किसानों की आय को बढ़ाने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीद सुनिश्चित करने की सरकार की नीति पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस साल सरकार ने 485 लाख टन खरीफ धान खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके साथ ही इस बार बाजरा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
कल शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि सरकार का प्रमुख उद्देश्य किसानों और कृषि क्षेत्र का समग्र विकास करना है। कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के 100 दिनों की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 65 फसलों की 109 नई बीज प्रजातियों को किसानों को समर्पित किया है। साथ ही, रबी सीजन के लिए किसानों को समय पर उन्नत बीज उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकारों से रिपोर्ट मांगी गई है। कृषि और शैक्षिक संस्थानों को भी बीज वितरण प्रक्रिया में शामिल किया गया है, और सरकार MSP के माध्यम से किसानों की उपज की खरीद सुनिश्चित करेगी।
किसानों की आय होगी दोगुनी: किसानों की आय दोगुनी करने के सवाल पर चौहान ने कहा कि इस दिशा में प्रयास जारी हैं और सर्वेक्षण किए जा रहे हैं। प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, कई किसानों की आय दोगुनी से भी अधिक हो गई है। कृषि मंत्री ने यह भी घोषणा की कि अक्टूबर से आधुनिक "कृषि चौपाल" शुरू होगी, जहां वह हर मंगलवार को किसानों और किसान संगठनों के साथ सीधा संवाद करेंगे। इसके अलावा, किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए एक कॉल सेंटर की स्थापना की जाएगी।