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रसोई में हरा धनिया ना हो, तो खाना अधूरा सा लगता है। चाहे चटनी बनानी हो, दाल में खुशबू भरनी हो या सलाद को सजाना हो, हरा धनिया हर पकवान को खास बना देता है। और जब ताजा धनिया घर पर ही उगाया हुआ हो, तब तो बात ही कुछ और होती है। ताजे धनिये को हमेशा अपने पास रखने का सबसे आसान तरीका है इसे अपने किचन गार्डन का हिस्सा बना लेना। आइए, जानते हैं धनिया उगाने के तरीके, इसके औसत भाव, मिट्टी तैयार करने के टिप्स और सेहत के लिए इसके फायदे।
ताजा हरा धनिया औसतन 40 से 80 रुपये प्रति किलो तक में बिकता है। हालांकि, सीजन और स्थान के अनुसार इसका भाव बदल सकता है। त्योहारों या शादी के मौसम में धनिये की मांग बढ़ने पर इसकी कीमतें आसमान छू सकती हैं। ऐसे में घर पर उगाया गया धनिया न केवल ताजा होता है, बल्कि आपके पैसे भी बचाता है। इन तरीको से आप अपने किचन गार्डन में धनिये के हरे-हरे पत्ते आसानी से उगा सकते है।
अगर आपके पास धनिये की जड़ बची हो, तो उसे दोबारा उगाना बेहद आसान है। सबसे पहले, धनिये की जड़ को करीब 2 से 3 इंच लंबा काट लें। अब इसे पानी में कुछ घंटों तक भिगोकर रखें। एक गमला लें और उसमें अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी भरें। जड़ को मिट्टी में सीधा दबा दें, लेकिन ध्यान रखें कि जड़ पूरी तरह मिट्टी में ढकी हो। गमले को ऐसी जगह रखें, जहां हल्की धूप मिले। रोज थोड़ा-थोड़ा पानी दें, लेकिन मिट्टी ज्यादा गीली न हो। कुछ ही दिनों में जड़ से नए पत्ते निकलने लगेंगे और आपका ताजा धनिया तैयार हो जाएगा।
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धनिये की कटिंग से इसे उगाना बहुत आसान है। सबसे पहले ताजे धनिये की डंडियां लें और उन्हें 4 से 5 इंच लंबा काट लें। नीचे की पत्तियों से अपनी सब्जी का स्वाद बढ़ा ले और डंडियों को साफ पानी में डालें। इसे किसी ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप मिलती हो। पानी को हर दो दिन में बदलें। 7 से 10 दिनों में जड़ें उगने लगेंगी। जब जड़ें दिखने लगें, तो इन कटिंग्स को एक गमले में उपजाऊ मिट्टी में लगा दें। गमले को ऐसी जगह रखें, जहां पर्याप्त धूप मिलती हो। हल्का पानी दें, लेकिन ज्यादा गीला न करें। कुछ हफ्तों में हरा धनिया उगने लगेगा, जिसे आप खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
बीज की मदद से उगाएं हरा धनिया: बीज किसी भी पौधे को उगाने का सबसे सरल तरीका है। सबसे पहले, बीजों को 24 घंटे पानी में भिगोकर रखें। फिर, गमले या बगीचे में हल्की मिट्टी डालें और बीजों को आधे इंच गहरे बोएं। बीजों के बीच कम से कम 2 से 3 इंच की दूरी रखें। गमले को धूप वाली जगह पर रखें, जहां 4 से 5 घंटे की धूप मिले। मिट्टी को हल्का नम रखें, लेकिन ज्यादा पानी डालने से बचें। कुछ हफ्तों में ताजे धनिये के पौधे तैयार हो जाएंगे, जिन्हें आप अपने खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
धनिया उगाने के लिए सही मिट्टी कैसे तैयार करे? धनिया उगाने के लिए उपजाऊ और हल्की मिट्टी का चयन करें, जो पानी को आसानी से सोख सके। मिट्टी में गोबर की खाद या जैविक खाद मिलाकर इसे पोषक तत्वों से भरपूर बनाएं। ध्यान रखें कि मिट्टी का पीएच 6 से 7 के बीच हो। पीएच मापने के यंत्र बाजार में आसानी से मिल जाते है। गमले में पानी निकलने के लिए नीचे एक होल जरुर रखें, ताकि अतिरिक्त पानी गमले में न रुके। गमले में पानी रुकने से पौधे की उपज खराब हो सकती है। सही तरीके से तैयार की गई मिट्टी धनिया की बेहतर उपज में मददगार साबित हो सकती है।
धनिया सिर्फ स्वाद का ही नहीं बल्कि सेहत का भी ख़जाना: क्या आप जानते हैं कि धनिया आपकी सेहत के लिए कितने चमत्कारी फायदे लेकर आता है? यह सिर्फ खाने का स्वाद और खुशबू नहीं बढ़ाता, बल्कि पाचन को भी दुरुस्त करता है और पेट की समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को डिटॉक्स करते हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ यह त्वचा को निखारता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। धनिया में विटामिन ए, सी और के का खजाना छिपा है, जो आपको अंदर से फिट और बाहर से ग्लोइंग बनाता है। तो, क्या आपने अपने खाने में आज धनिया डाला?
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