Crop Name: Wheat

Disease Name : रतुआ



  • इस रोग के लगने की संभावना बहुत ही कम है।
  • यह गेहूं केल लिए काफी खतरनाक बीमारी है।
  • बसंत ऋतु में नमी की स्थिति में इस रोग का विकास होता है।
  • इस रोग के लक्षण पौधे के ऊपरी भाग पर भागों पर उत्तपन्न होते है।
  • तने पर व पत्ती के किनारे पर इस रोग के लक्षण नजर आते है।
  • फफूंदीय छाले अंडाकार होते है।
  • छाले लाल-भूरे गहरे रंग में होते है।

नाइट्रोजन के अधिक उपयोग से बचें।

रसायन

हेक्साकोनॉझोल काँटेफ मात्रा 200 मिली प्रति एकड़ का प्रयोग करे।

प्रोपाकोनझोल  टील्ट (सिजेंटा) मात्रा 200 मिली प्रति एकड़ का प्रयोग करे।