विज्ञापन
केंद्र सरकार योजना नई दिल्ली : khetivyapar.com Agriculture News: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देश के कृषि क्षेत्र (Agricultural Sector) को तिलहन उत्पादन (oilseeds production) की तरफ ज्यादा ध्यान देने की पैरवी की है। उनका कहना है कि खाद्य तेल आयात (Edible oil import) को कम करने और देश को 'आत्मनिर्भर' बनाने के लिए कृषि क्षेत्र को तिलहन उत्पादन की तरफ मुड़ना चाहिए।
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 'भारत खाद्य तेल के आयात पर सालाना 1.5 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रहा है। हमें आयातित तेल पर निर्भरता कम करनी होगी और कृषि आय को बढ़ाने व भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृषि जगत को तिलहन उत्पादन की ओर मुड़ने की आवश्यकता है'। उन्होंने कहा कि किसानों को ऐसा इसलिए करना चाहिए, क्योंकि चावल, गेहूं, चीनी जैसी फसलों को हर गुजरते दिन कम कीमत मिल रही है। उन्होंने आगे कहा कि कृषि उत्पादों (Agricultural Products) की कीमतें वैश्विक परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अगर ऑस्ट्रेलियाई गेहूं 6.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचा जाता है, तो भारतीय गेहूं (Indian Wheat) के लिए खरीदार खोजने में कठिनाई होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गरीबी और बेरोजगारी को खत्म करने के लिए देश की कृषि विकास दर मौजूदा 12 फीसदी की बजाय 20 फीसदी होनी चाहिए।