दिल्ली का दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)
By khetivyapar
पोस्टेड: 22 Oct, 2024 12:00 AM IST Updated Tue, 22 Oct 2024 11:38 AM IST
IMD/IITM द्वारा प्रदान किए गए वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान के अनुसार, प्रतिकूल मौसम और जलवायु परिस्थितियों के कारण दिल्ली की वायु गुणवत्ता आने वाले दिनों में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहने की संभावना है।
दिल्ली AQI 310, 'बहुत खराब' श्रेणी में
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा दी गई दैनिक AQI बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का दैनिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 310 इसका मतलब 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) और भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) द्वारा उपलब्ध कराए गए मौसम और वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान के अनुसार, प्रतिकूल मौसम और जलवायु परिस्थितियों के कारण दिल्ली का दैनिक औसत AQI आने वाले दिनों में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बने रहने की संभावना है।
मौसम और वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, उप-समिति ने यह निष्कर्ष निकाला कि दिल्ली में वर्तमान वायु गुणवत्ता स्तर के 'बहुत खराब' श्रेणी में बने रहने की संभावना है। वायु गुणवत्ता को और खराब होने से रोकने के प्रयास में, उप-समिति ने 22 अक्टूबर 2024 को पूरे NCR में संशोधित GRAP के स्टेज-II के तहत 11-बिंदु कार्य योजना को लागू करने का निर्णय लिया है। स्टेज-I के तहत लागू सभी कार्यों के साथ स्टेज-II के सभी उपायों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है।
नागरिकों से GRAP के स्टेज-I के तहत पालन करने का आग्रह:
- सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें और व्यक्तिगत वाहनों के उपयोग को कम करें।
- तकनीक का उपयोग करके कम भीड़भाड़ वाले रास्ते अपनाएं, भले ही वे थोड़ा लंबे हों।
- अपनी गाड़ियों के एयर फिल्टर को नियमित रूप से बदलें।
- ठोस कचरा और जैव-मास को खुले में जलाने से बचें।
NCR में स्टेज-II के तहत 11-बिंदु कार्य योजना को लागू करने का निर्णय
- पहचाने गए सड़कों पर प्रतिदिन यांत्रिक/ वैक्यूम स्वीपिंग और पानी का छिड़काव किया जाए।
- सड़कों पर धूल को रोकने के लिए नियमित रूप से पानी का छिड़काव और धूल नियंत्रण के उपाय लागू करें।
- निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण उपायों के कड़ाई से पालन के लिए निरीक्षण तेज करें।
- NCR के सभी पहचाने गए हॉटस्पॉट्स पर वायु प्रदूषण कम करने के उपायों को तेज करें।
- वैकल्पिक बिजली उत्पादन सेट/ उपकरण (जैसे डीजल जनरेटर) के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें।
- DG सेट्स के संचालन के लिए निर्धारित नियमों का कड़ाई से पालन करें।
- यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए ट्रैफिक जंक्शनों पर पर्याप्त कर्मियों की तैनाती करें।
- अखबारों/टीवी/रेडियो के माध्यम से लोगों को वायु प्रदूषण के स्तर और बचाव के उपायों के बारे में जानकारी दें।
- निजी वाहनों के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए पार्किंग शुल्क बढ़ाएं।
- CNG/इलेक्ट्रिक बस और मेट्रो सेवाओं को बढ़ाएं।
- आरडब्ल्यूए (RWA) सर्दियों में सुरक्षा कर्मियों के लिए इलेक्ट्रिक हीटर की व्यवस्था करें ताकि बायो-मास और ठोस कचरे को जलाने से रोका जा सके।
ये भी पढें... दिल्ली में प्रदूषण स्तर बढ़ा, अगले तीन दिनों तक हवा "बहुत खराब" रहने की संभावना