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राज्य सरकार ओडिशा khetivyapar.com Agriculture News: ओडिशा सरकार भूमिहीन खेतिहर मजदूरों सहित 41 लाख से अधिक किसानों को प्रति व्यक्ति 2,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। 1 सितंबर से शुरू हुए नुआखाई त्योहार के अवसर पर इसकी शुरुआत की गई है। हालांकि जिन 41 लाख किसानों को मदद मिलेगी, उनमें से ज्यादातर छोटे और मध्यम आकार के किसान हैं। दरअसल, नुआखाई एक फसल उत्सव है जो पश्चिमी ओडिशा और दक्षिणी छत्तीसगढ़ के लोगों द्वारा मौसम के नए चावल का स्वागत करने के लिए मनाया जाता है। नुआ का अर्थ है नया और खाई का अर्थ है भोजन। ओडिशा सरकार द्वारा यह सहायता कालिया (आजीविका और आय वृद्धि के लिए कृषक सहायता) योजना (Kalia Yojana) के तहत दी जाएगी, जिसके लिए सरकार 869 करोड़ रुपये का खर्च वहन करेगी। आय सहायता कार्यक्रम के तहत किसानों को राज्य सरकार से दो किस्तों में 4,000 रुपये मिलते हैं।
कृषि और खाद्य उत्पादन निदेशक प्रेम चंद्र चौधरी ने कहा कि किसानों को उनके खातों में 2,000 रुपये का सीधा लाभ दिया जाएगा, यानि पैसा सीधे अकाउंट में भेजा जाएगा। कालिया योजना के लिए अर्हता प्राप्त करने वाले किसान दो भुगतानों में 4000 रुपये का वार्षिक नकद समर्थन प्राप्त कर पाएंगे। रबी फसल के लिए जहां 2,000 रुपये दिए जाते हैं, वहीं खरीफ सीजन की फसल के लिए 2,000 रुपये दिए जाते हैं। हालांकि जिन 41 लाख किसानों को मदद मिलेगी, उनमें से ज्यादातर छोटे और मध्यम आकार के किसान हैं। चौधरी ने कहा कि कुछ भूमिहीन खेतिहर मजदूरों को भी कालिया योजना के तहत आर्थिक रूप से फायदा होगा। उन्होंने कहा कि कालिया पूरी तरह से पारदर्शी योजना है, क्योंकि पैसे का भुगतान केवल उन्हीं खातों में किया जाता है, जिनकी आधार सीडिंग से प्रामाणिकता सत्यापित होती है, जिससे हेरफेर की संभावना समाप्त हो जाती है।