कुंडेश्वर धाम विकासखंड के ददरगवां ग्राम में ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति द्वारा पौध नर्सरी तैयार की जा रही है। इस नर्सरी का निर्माण पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण क्षेत्रों में पोषक तत्वों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया है। नवांकुर संस्था के सहयोग से तैयार इस नर्सरी में आंवला, मुनगा, अमरूद और आम के 3000 पौधे तैयार किए जा रहे हैं। ये पौधे ग्रामीणों को निःशुल्क या नाममात्र की कीमत पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
जन अभियान परिषद जबलपुर के जिला समन्वयक के मार्गदर्शन में ग्राम में कई विकासात्मक कार्य किए जा रहे हैं। नवांकुर संस्था व्हाइट टाइगर्स समाजसेवी संस्था द्वारा ग्राम चौपाल में ग्रामवासियों को निःशुल्क कंबल वितरित किए गए। बुजुर्ग महिलाओं को घर-घर जाकर कंबल दिए गए, जिससे उनके चेहरों पर प्रसन्नता झलक रही थी।
ग्राम चौपाल में जिला समन्वयक श्री प्रदीप तिवारी ने आदर्श ग्राम की परिकल्पना पर चर्चा की। उन्होंने ग्रामवासियों से पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण और नशामुक्ति जैसे विषयों पर काम करने का आग्रह किया। श्री तिवारी ने प्रस्फुटन समिति के निःस्वार्थ कार्य को सराहा और समिति के कार्यकर्ताओं को देवतुल्य बताया।
ग्राम विकास में सहभागिता और पर्यावरण संरक्षण की पहल: विकासखंड समन्वयक श्री विवेक मिश्रा ने ग्रामवासियों से जल संवर्धन इकाई (बोरी बंधान) के कार्य में श्रमदान करने और प्रत्येक घर में तुलसी, मुनगा, आंवला, नीम और कटहल जैसे पौधे लगाने की अपील की। नवांकुर संस्था के प्रमुख डॉ. नीतेश पांडे ने शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता पर गतिविधियों के आयोजन की जानकारी दी और इन कार्यों में सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने प्रस्फुटन समिति के कार्यों में पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।
ग्रामीण क्षेत्रों में हरियाली और विकास: इस अवसर पर जन सूचना केंद्र का भ्रमण किया गया। कार्यक्रम में नवांकुर संस्था से डॉ. अमित पांडे, प्रस्फुटन समिति के अध्यक्ष श्री रामचरण परस्ते, सचिव प्रभु सिंह वरकड़े सहित अन्य सदस्य और अनेक ग्रामवासी उपस्थित रहे। यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
ये भी पढें - चना और गेहूं में जड़ माहू कीट व कठुआ इल्ली से बचाव के उपाय, जाने कृषि विभाग की सलाह