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Mahakumbh 2025: महाकुंभ के मौके पर संगम नगरी में देवी शक्ति पीठ के दर्शन जरुर करें

संगम नगरी के देवी मंदिर
संगम नगरी के देवी मंदिर

कुंभ नगरी में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम होता है। प्रयागराज अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है। इस पवित्र नगरी में कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल हैं, जिनमें से एक प्रमुख स्थल है अलोपी देवी मंदिर। यह मंदिर न केवल प्रयागराज के धार्मिक मानचित्र पर महत्वपूर्ण स्थान रखता है, बल्कि अपनी अद्वितीयता और रहस्यमयता के लिए भी प्रसिद्ध है। आइए जानते है अलोपी देवी शक्तिपीठ मंदिर के विषय में।

अलोपी देवी का इतिहास History of Alopi Devi:

माना जाता है कि देवी सती का पंजा प्रयागराज में गिरा था और इसी स्थल पर देवी अलोपी शंकरी विराजमान है। यहां की सबसे खास बात यह है कि यह मंदिर पवित्र संगम स्थल से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है और यहां देवी की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया जाता है। 

मंदिर की संरचना और आस्था Temple structure and faith:

अलोपी देवी मंदिर की संरचना हिंदू मंदिरों की पारंपरिक शैली में की गई है, जिसमें ऊंची छत, प्राचीन शिल्पकला और रंगीन चित्रकारी की गई है। मंदिर में एक विशाल और भव्य कक्ष है, जिसमें देवी की मूर्ति स्थापित की गई है। मूर्ति के चारों ओर विभिन्न देवी-देवताओं की छोटी-छोटी प्रतिमाएं भी स्थित हैं। पूजा और अर्चना का प्रमुख केंद्र देवी की मूर्ति ही होती है, जहां भक्त श्रद्धा भाव से पूजा करते हैं।

धार्मिक महत्व और मान्यताएं Religious importance and beliefs:

अलोपी देवी मंदिर में आने वाली श्रद्धालुओं की मान्यता है कि यहां पूजा करने से उनके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। खासकर नवरात्रि और दीपावली जैसे त्योहारों के दौरान यहां विशेष पूजा और अनुष्ठान होते हैं। स्थानीय लोग मानते हैं कि देवी अलोपी के दर्शन से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। यह मंदिर उन भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है जो अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन की कामना करते हैं।

कैसे पहुंचे अलोपी मंदिर? अलोपी देवी मंदिर, प्रयागराज के अन्य प्रमुख स्थलों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। यह मुख्य शहर से लगभग 6-7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहां पहुंचने के लिए निजी वाहन, ऑटो और रिक्शा की सुविधा उपलब्ध है। रेल्वे स्टेशन से मात्र 20 रुपये के किराए में आप चुंगी पहुंच सकते है और चुंगी से पैदल ही 1-2 किलोमीटर चल कर माता अलोपी के दरबार पहुंच सकते है। मंदिर दर्शन के बाद दारागंज की ओर से आसानी से संगम क्षेत्र जा सकते है।

प्रयागराज का अलोपी देवी मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण भी एक प्रमुख स्थल है। यदि आप प्रयागराज के धार्मिक स्थलों की यात्रा कर रहे हैं  तो अलोपी देवी मंदिर के दर्शन जरूर करें और देवी की कृपा प्राप्त करें।

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