ऑनलाइन पंजीकरण और प्रशिक्षण की सुविधा, छोटे और सीमांत किसानों को राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-NAM) से जोड़ने और उन्हें बेहतर मूल्य दिलाने के उद्देश्य से कई पहल की गई हैं। किसानों की सुविधा के लिए e-NAM पोर्टल और मोबाइल ऐप (Android और iOS) के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा, कृषि उपज मंडी समितियों (APMCs) में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और किसानों को पंजीकरण एवं व्यापार प्रक्रिया में सहायता देने के लिए टोल-फ्री नंबर (18002700224) प्रदान किया गया है।
चूंकि व्यक्तिगत रूप से छोटे और सीमांत किसानों की कृषि उपज कम होती है, इसलिए उन्हें किसान उत्पादक संगठन (FPO) के रूप में संगठित करना लाभकारी होता है। FPO अपने सदस्य किसानों की उपज को एकत्र करता है और FPO ट्रेडिंग मॉड्यूल के माध्यम से e-NAM प्लेटफॉर्म तक पहुँच प्राप्त कर सकता है। 28 फरवरी 2025 तक कुल 4,392 FPOs को e-NAM पर जोड़ा जा चुका है।
इसके अतिरिक्त, किसानों के लिए फार्म गेट मॉड्यूल की सुविधा भी दी गई है, जिससे वे अपनी उपज को मंडी तक ले जाए बिना ही ऑनलाइन बेच सकते हैं।
APMCs को संबंधित राज्यों के कृषि उपज मंडी अधिनियम के तहत संचालित किया जाता है। ऑनलाइन अंतर-राज्यीय व्यापार को सुगम बनाने के लिए, अन्य राज्यों के व्यापारिक लाइसेंस को मान्यता देने हेतु आवश्यक प्रावधान किए गए हैं।
लॉजिस्टिक्स सेवाओं के लिए e-NAM 2.0:
अंतर-राज्यीय और अंतर-मंडी व्यापार को बढ़ावा देने में लॉजिस्टिक्स संबंधी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने e-NAM प्लेटफॉर्म को e-NAM 2.0 के रूप में अपग्रेड करने का निर्णय लिया है। इससे विभिन्न लॉजिस्टिक सेवा प्रदाताओं को प्लेटफॉर्म पर शामिल करने की सुविधा मिलेगी। इस पहल का उद्देश्य लॉजिस्टिक्स से जुड़ी समस्याओं को दूर करना, व्यापार को तेज़ी से आगे बढ़ाना, फसल की बर्बादी को कम करना और किसानों की आय में सुधार लाना है।
व्यापार योग्य मानकों का निर्धारण:
राज्य सरकारों और कृषि विपणन बोर्डों से प्राप्त अनुरोधों के आधार पर, विभिन्न कृषि उपजों के लिए व्यापार योग्य मानकों को निर्धारित किया गया है। 28 फरवरी 2025 तक, e-NAM प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन नीलामी के लिए 231 कृषि उपजों के मानक तय किए जा चुके हैं।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा नया e-NAM 2.0:
सरकार ने मौजूदा e-NAM प्लेटफॉर्म को अधिक प्रभावी, मजबूत, उपयोगकर्ता अनुकूल, समावेशी, विस्तारणीय और ओपन-नेटवर्क संगत बनाने का निर्णय लिया है। e-NAM 2.0 के प्रमुख फीचर्स में बैंक खाता सत्यापन, आधार आधारित eKYC, गुणवत्ता जांच, लॉजिस्टिक्स सेवाएं और अन्य मूल्यवर्धित सेवाओं को प्लेटफॉर्म पर जोड़ने की सुविधा शामिल होगी।