खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में आगामी दिनों में संभावित असामयिक वर्षा को देखते हुए रबी विपणन वर्ष 2025-26 में अब तक उपार्जित गेहूँ के परिवहन एवं सुरक्षित भंडारण की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी उपार्जन केंद्र पर गेहूँ असामयिक वर्षा के कारण भीगने न पाए।
मंत्री श्री राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 7,98,461 मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन किया जा चुका है। इसमें से 6,96,625 मीट्रिक टन गेहूँ का परिवहन एवं भंडारण संपन्न हो चुका है। शेष 1,01,836 मीट्रिक टन गेहूँ का परिवहन एवं भंडारण भी शीघ्र पूरा किया जाए।
खाद्य मंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि उपार्जन केंद्रों पर उपलब्ध गेहूँ का शीघ्र परिवहन कर गोदामों में सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करें। आवश्यकता पड़ने पर अन्य परिवहनकर्ताओं के ट्रकों को भी इस कार्य में लगाया जाए। इसके अलावा गोदाम स्तरीय उपार्जन केंद्रों पर खुले में भंडारित गेहूँ को समितियों के माध्यम से गोदामों में रखा जाए। उपार्जन केंद्रों पर गेहूँ की स्टेक लगाकर पक्के प्लेटफार्म पर भंडारित किया जाए और उसे तिरपाल से पूरी तरह ढका जाए।
नोडल अधिकारियों की तैनाती: मंत्री श्री राजपूत ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर नियुक्त नोडल अधिकारी अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें और भंडारण से जुड़ी सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी करें, ताकि किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
ये भी पढें- गर्मी में फसलों की देखभाल कैसे करें? जानें जरूरी टिप्स