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Cotton Farmers Fight in Punjab in Hindi: पंजाब में कपास किसानों की बल्‍ले-बल्‍ले, 10,251 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा दाम, और रेट बढ़ने की उम्‍मीद

Cotton Farmers Fight in Punjab in Hindi: पंजाब में कपास किसानों की बल्‍ले-बल्‍ले, 10,251 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा दाम, और रेट बढ़ने की उम्‍मीद
Cotton Farmers Fight in Punjab in Hindi: पंजाब में कपास किसानों की बल्‍ले-बल्‍ले, 10,251 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा दाम, और रेट बढ़ने की उम्‍मीद

पंजाब राज्य सरकार khetivyapar.com Agriculture News: पंजाब की मंडियों में कपास की ताजी फसल (Cotton Crop) की आवक शुरू हो गई है और शुरुआती कीमतों से किसानों में खुशी का माहौल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुक्तसर अनाज मंडी में आवक के पहले दिन कपास की कीमत 6,225 रुपये प्रति क्विंटल के न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य के मुकाबले 10,251 रुपये प्रति क्विंटल थी। इससे यहां किसानों में काफी ज्‍यादा खुशी देखने को मिल रही है। पाकिस्‍तान में बाढ़ से कपास की फसलें नष्‍ट होने और अमेरिका के चीन उत्‍पादित कपास के बहिष्‍कार के चलते कॉटन मिलों की ओर से ज्‍यादा डिमांड आ रही है, ऐसे में भारतीय किसानों (Indian Farmers) से कपास की मांग तेज हो गई है।

बता दें कि लगातार कीटों के हमले के बावजूद पंजाब में कपास की बची हुई फसल ने साल की अच्छी शुरुआत की है। 27.5-28.5 मिमी स्टेपल प्रकार के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 6,280 रुपये प्रति क्विंटल की तुलना में, नई कपास की फसल 9,500 रुपये प्रति क्विंटल से ज्‍यादा हासिल कर रही है।  कुछ कपास किसानों (Cotton Farmers) का दावा है कि पास के फाजिल्का जिले में कीमतें लगभग समान हैं। उनका मानना है कि इस साल कॉटन मिलों की ओर से ज्यादा डिमांड के चलते आने वाले दिनों में कीमतों में तेजी जारी रहेगी। वहीं, पाकिस्तान कॉटन गिनर्स एसोसिएशन के अनुसार, उनके यहां अत्यधिक बारिश की वजह से बाढ़ आ गई है और कपास की 40% फसल बर्बाद हो गई है। उधर, अमेरिका ने झिंजियांग-उत्पादित (चीन) वस्तुओं, विशेष रूप से कपास का बहिष्कार किया है। नतीजतन इसके आयात में पिछले वर्ष की तुलना में 3.7% की कमी आई है। चीन 21.5% अमेरिकी कपास आयात का स्रोत है, जबकि भारत का हिस्सा चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में 16.5 फीसदी से बढ़कर 19.2% हो गया है।

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