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ऊर्जा मंत्रालय 14-15 नवंबर को भुवनेश्वर में आयोजित करेगा चिंतन शिविर, 2047 तक 1800 गीगावाट का लक्ष्य

चिंतन शिविर
चिंतन शिविर

ऊर्जा मंत्रालय 14 व 15 नवंबर 2024 को ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित आईटीसी में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन कर रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य 2030 तक 500 गीगावाट और 2047 तक 1800 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता हासिल करने के लिए रणनीतियों पर विचार-विमर्श करना है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी 14 नवंबर को सुबह 9 बजे करेंगे। 

चिंतन शिविर का उद्देश्य Objective of Chintan Shivir:

इस चिंतन शिविर का उद्देश्य भारत की नवीकरणीय ऊर्जा यात्रा में शामिल प्रमुख नीति-निर्माताओं, वित्तीय संस्थानों, उद्योगपतियों, सीईओ और केंद्रीय व राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों को एक मंच पर लाना है। विभिन्न थीम आधारित सत्रों के माध्यम से प्रतिभागी इस क्षेत्र में प्रमुख और उभरते मुद्दों पर मंथन करेंगे।

14 नवंबर 2024 को इन क्षेत्र में प्रमुख मंथन Major churning in these areas on 14 November 2024:

  • पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के जरिये 1 करोड़ रूफटॉप इंस्टॉलेशन लक्ष्य को प्राप्त करना।
  • भारत में सोलर सहायक निर्माण को बढ़ावा देना।
  • भारतीय यूटिलिटी स्केल प्लांट्स में तेजी लाने के लिए भूमि और एवेकेशन 
  • माइन से मॉड्यूल तक: वैश्विक सोलर निर्माण के लिए भारत की भूमिका
  • वैश्विक पवन निर्माण केंद्र के रूप में भारत की स्थिति
  • आगामी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता और ट्रांसमिशन तैयारी के बीच असंतुलन
  • कृषि सोलराइजेशन: सोलर पंप, फीडर्स का सोलराइजेशन और एग्रीवोल्टिक्स का एकीकरण
  • भारत के अपतटीय पवन ऊर्जा का भविष्य और ग्रिड एकीकरण

15 नवंबर 2024 को इन क्षेत्र में प्रमुख मंथन Major churning in these areas on 15 November 2024:

  • डिस्कॉम्स द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा बिजली की ऑफटेक सुनिश्चित करने की रणनीति - चुनौतियाँ, संभावनाएँ, और आगे का रास्ता
  • राष्ट्रीय बायोएनेर्जी कार्यक्रम - भारतीय ऊर्जा मिश्रण में बायोगैस की उभरती भूमिका
  • भारत में ऊर्जा भंडारण की उभरती भूमिका - बैटरी और पंप स्टोरेज तकनीकों पर ध्यान
  • भारत में लघु जल विद्युत संयंत्रों के लिए एक एकीकृत रणनीति विकसित करना
  • ग्रीन हाइड्रोजन: इलेक्ट्रोलाइजर निर्माण और ऑफटेक रणनीति को प्रोत्साहन
  • भारत के डीकार्बोनाइजेशन में सोलर थर्मल की भूमिका - आवासीय, भंडारण, और औद्योगिक उपयोग
  • पूर्वोत्तर, पर्वतीय राज्यों और द्वीपों में नवीकरणीय ऊर्जा का एकीकरण
  • वित्त और व्यापार मॉडल में नवाचार
  • भारत के ऊर्जा संक्रमण को शक्ति देने के लिए कौशल-सक्षम कार्यबल का विकास

इस शिविर का समापन 15 नवंबर 2024 को दोपहर 4:00 बजे समापन सत्र के साथ होगा, जिसमें प्रत्येक सत्र से मिले मुख्य निष्कर्षों और भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी।

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