रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की कटाई कई क्षेत्रों में पूरी हो चुकी है, जबकि कुछ जगहों पर यह प्रक्रिया जारी है। उच्च गुणवत्ता वाले बीज उत्पादन के लिए, गेहूं की फसल में अन्य प्रजातियों के पौधों, जैसे खरपतवार, जंगली जई और गुल्ली-डंडा को रोगिंग प्रक्रिया के माध्यम से खेत से अलग करना जरूरी है।
मुख्य किस्म से अलग दिखने वाले पौधों की पहचान करके उन्हें हटा दें। पौधों की ऊंचाई, पत्तियों की बनावट, बालियों का आकार और सतह पर रोयों की उपस्थिति जैसे मानक लक्षणों के आधार पर जांच करें। इससे बीज की शुद्धता बनी रहेगी।
देर से बोए गए गेहूं में उर्वरक छिड़काव: अगर गेहूं की फसल देर से बोई गई है और बालियां दुग्ध अवस्था में हैं, तो 2.5 किलोग्राम एनपीके 0:52:34 को 500–600 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। इससे पौधों को आवश्यक पोषण मिलेगा और दाने बेहतर विकसित होंगे।
दलहनी फसलों में पीला मोजेक रोग से बचाव: मूंग और उड़द की फसलों में पीला मोजेक रोग की रोकथाम के लिए बुवाई से पहले बीज उपचार आवश्यक है। थायोमिथाक्जाम 30 एफ.एस. 10 मिली प्रति किलो बीज और इमिडाक्लोप्रिड 48 एफ.एस. – 1.25 मिली प्रति किलो बीज का उपचार करें, जिससे फसल को बीमारी से बचाया जा सके।
टमाटर, बैंगन और मिर्च जैसी सब्जियों में रस चूसक कीट, जैसे माहू, मच्छर और लीफ कर्ल रोग से बचाव के लिए थायोमिथाक्जाम 25 डब्ल्यू.जी. 125 ग्राम, फिप्रोनिल 5% एस.सी. 250 मिली और घुलनशील सल्फर 80% डब्ल्यू.पी. 750 ग्राम कीटनाशकों का छिड़काव करें। इन्हें 500–600 लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करने से फसल की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
गोभी वर्गीय फसलों में कीट नियंत्रण: गोभी की फसल में डायमंड बैक मौथ कीट के प्रकोप से बचाव के लिए इंडॉक्साकार्ब 15.8 ई.सी. 0.5 मिली प्रति लीटर पानी और नोवोल्यूरॉन 10 ई.सी. 0.5 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर कीटनाशकों का उपयोग करें।
प्राकृतिक खेती के लिए: नीम तेल 3–5 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। यह एक जैविक और सुरक्षित उपाय है।
फार्मर आईडी कार्ड बनवाना क्यों जरूरी?
किसान सम्मान निधि, फसल बीमा और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए फार्मर रजिस्ट्री कार्ड बनवाना आवश्यक है। केंद्र सरकार के इस प्रोजेक्ट के तहत किसानों और उनकी जमीन का डिजिटल डाटा तैयार किया जा रहा है।
कैसे करें पंजीकरण? ग्राम पंचायत स्तर पर शिविर लगाए जा रहे हैं, जहां आप पटवारी या ग्राम रोजगार सहायक से संपर्क कर अपना फार्मर आईडी कार्ड बनवा सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज:
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