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कृषि उड़ान योजना की घोषणा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2021 से 22 का बजट पेश करते हुए की थी। इसके तहत किसानों को कृषि उत्पादों के यातायात में सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना को इंटरनेशनल, नेशनल रूट पर और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सहायता को शुरू किया गया है। किसानों की फसल और दूध, मछली, मांस जैसी खराब होने वाली चीजों को विमानों के जरिये समय पर एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जाएगा। इससे फसलें और अन्य उत्पाद सही समय पर बाजार पहुंच सकेंगे और किसानों को सही मूल्य मिल सकेगा।
योजना के फायदे:
1.इस योजना के तहत किसानों को सब्सिडी आधारित हवाई सेवाएं मुहैया कराई जाएंगी।
2. ये योजना अंतरराष्ट्रीय और अंतर अंतरराज्यीय दोनों मार्गों पर लागू होगी।
3. व्यवहारता फंडिंग के नाम से कृषकों के लिए एक निश्चित मात्रा में राशि तैयार की जाएगी। इसे केंद्र और राज्य सरकार प्रदान करेगी।
4. इस योजना के तहत आधी सीटें कृषकों के लिए छूट, या कम कीमतों पर दी जाएगी।
5. किसानों के उत्पाद कम से कम समय में सीधे बाजारों तक पहुँचने से फसल के उचित दाम प्राप्त हो सकेंगे। इससे फसल खराब होने का भी डर नहीं रहेगा।
6. दूध, मछली, मांस जैसी खराब होने वाली चीजों को समय से बाजार तक पहुंचाया जा सकेगा, ताकि बाजार में बिक जाये और उन्हें खरीदारों द्वारा उपयोग में लाया जा सके।
ये दस्तावेज हैं जरूरी:
1.आधार कार्ड
2.आय प्रमाण पत्र
3. खेती संबंधित दस्तावेज
4.निवास प्रमाण पत्र
5.मोबाइल नंबर
6.राशन कार्ड
केवल भारत के स्थायी निवासी ही इस योजना के लाभार्थी हो सकते हैं। योजना में आवेदन करने के लिए आवेदक का किसान होना अनिवार्य है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए इच्छुक किसानों को इस योजना में पंजीकरण कराना होगा। योजना के लिए रजिस्टर करने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।