किसान सोलर फेंसिंग सिस्टम लगाकर बचाएं अपनी फसल, सरकार देती है अनुदान, जानें इसकी खासियत बेमौसमी बारिश, कीट और रोगों के अलावा कभी कभी आवारा पशुओं और छुट्टा जानवरों की वजह से किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो जाती है। इससे बचाव के लिए किसान कई तरह के उपाय तो अपनाते हैं, लेकिन कभी कभार ये उपाय भी पूरी तरह से कारगार साबित नहीं हो पाते। ऐसे में किसानों के लिए सोलर फेसिंग सिस्टम एक वरदान के तौर पर साबित हुआ है। इस कवायद से उन्हें छुट्टा जानवरों से काफी मदद मिली है। इसी वजह से इसे फसल सुरक्षा कवच भी कहा जाता है। अच्छी बात यह भी है कि इसके लिए किसानों को सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जाता है।
अगर किसान अपने खेतों में सोलर फेंसिंग सिस्टम लगाना चाहते हैं तो वे अपने ब्लॉक में एसएमएस के पास आवेदन कर सकते हैं। इसके अंतर्गत किसान के खेत में करीब 8 फीट की ऊंचाई वाले जैसे पिलर लगेंगे। इन पिलरों को विशेष तारों से जोड़ा जाएगा, जिनमें सोलर एनर्जी के द्वारा हल्का करंट पैदा होता है। इसमें एक सोलर बैटरी लगती है, जिससे यह सोलर फेंसिंग सिस्टम चलता है। अगर कोई भी छुट्टा जानवर इन तारों के आस-पास या इनको छुएगा, तो उसको हल्का झटका लगेगा, जिसके बाद छुट्टा जानवर फसल से दूर भाग जाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार, सोलर फेंसिंग में डीसी करंट एक सेकंड के 30 लाखवें हिस्से के समय बराबर ही करंट देता है। ये करंट नुकसान नहीं करता। बता दें कि इस हाइटेक सिस्टम को कोई व्यक्ति या किसानों का एक ग्रुप भी मिलकर लगवा सकता है। सोलर फैसिंग से बागबान अपने बगीचे की सुरक्षा जंगली जानवरों से कर सकते हैं। इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं है।