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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खरीफ फसलों की MSP बढ़ सकती है। सरकार 5-10% MSP बढ़ा सकती है। नई सरकार की पहली कैबिनेट में फैसला हो सकता है। 2024-25 के लिए MSP बढ़ सकती है। मूल्य आयोग (CACP) की सिफारिशों के आधार पर सरकार हर साल 23 फसलों के लिए एमएसपी का ऐलान करती है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी किसानों को दी जाने वाले एक गारंटी की तरह होती है, जिसमें सरकार एक किसानों की फसल को लेकर एक दाम तय करती है। बाजार में फसलों की कीमत गिरने के बाद भी सरकार किसानों को तय कीमत पर ही फसलें खरीदती है। इसकी शुरुआत आजादी के बाद जब देश में लगातार अकाल और खाद्य संकट से किसान और देश परेशान था, तब किसानों को नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बढ़ावा देकर देश में अनाज और दालों का उत्पादन बढ़ाना और सरकार उनकी फसलों की खरीद निश्चित न्यूनतम कीमत पर खरीदेगी।
सूत्रों के अनुसार 2024-25 के लिये विभिन्न खरीफ फसलों की MSP (एमएसपी) में 5-10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की जा सकती है। जिसमें धान मोटे अनाज दलहन और तिलहन शामिल हैं। वर्तमान नई सरकार की कैबिनेट में 2024-25 के लिये एमएसपी बढ़ाई जा सकती है इस पर फैसला किया गया है। धान की एमएसपी में 5% की बढ़ोत्तरी की जा सकती है। वहीं तुअर और उड़द की MSP 8-10 फीसदी तक बढ़ सकती है। सूत्रों का मानना है कि जून-जुलाई तक खरीफ का सीजन रहता है साथ ही इन फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने खरीफ फसलों में MSP की बढ़त की जाने की उम्मीद है।
सूत्रों का मानना है कि महाराष्ट्र में बुआई में गिराव दर्ज की गई है। यहां किसान सोयाबीन की खेती कर रहे हैं। अब किसान का तुअर की खेती करने में रुझान घट गया है। पिछले तीन सालों में सोयाबीन की उपज 12 क्विंटल/हेक्टेयर रहा जिसमें सोयाबीन के उत्पादन में वृद्धि हुई है। जहां तुअर का उत्पादन 7-8 क्विंटल/हेक्टेयर रहा।
खाद्य तेल से पूरी होती है जरूरत: खाद्य तेल के फसलों में 55-56 फीसदी की बढत हुई जैसे- मूंगफली उत्पादन के एमएसपी में 5.21 प्रतिशत वृद्धि हुई है और 5,275 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5,550 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। वहीं दलहन फसलों मे 15% बढने की संभावना है।
कितनी बढ़ सकती है MSP: पंजाब, हरियाणा में खेती सबसे अधिक की जाती है और अब किसान धान की जगह दलहन, तिलहन की खेती बढ़ाने पर दे रहे हैं। सरकार के पास चावल का काफी बढ़ा भंडार मौजूद है। 1 जुलाई तक स्टॉक बफर का 4 गुना होने की संभावना है। धान 5% , मूंग दाल 5% , सोयाबीन 5% , तुअर दाल 8-10% और उड़द दाल 8-10% पर MSP बढ़ाई जा सकती है।
इन 23 फसलों पर एमएसपी दी जाती है: सीएसीपी कृषि मंत्रालय 23 फसलों पर एमएसपी की सिफारिश जारी करता है। जिसमें सात अनाज (मक्का, ज्वार, बाजरा, धान, गेहूं, जौ और रागी), पांच दालें (मूंग, अरहर, चना, उड़द और मसूर), सात तिलहन (सोयाबीन, तिल, सूरजमुखी, कुसुम, मूंगफली, तोरिया-सरसों, और नाइजर बीज) और चार कमर्शियल फसलें (कपास, खोपरा, गन्नाऔर कच्चा जूट) शामिल हैं।