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आजकल खेती-किसानी में कई नई तकनीकों का इस्तेमाल हो रहा है। इन तकनीकों की मदद से किसान कम समय और कम लागत में अच्छी फसल उगा सकते हैं और मुनाफा कमा सकते हैं। अमेठी के किसान भी इन नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। वे पारंपरिक खेती के साथ-साथ सब्जी की खेती भी कर रहे हैं।
अमेठी के संग्रामपुर क्षेत्र के जरौटा गांव में रहने वाले किसान बृजेश मिश्रा एक प्रेरणादायक उदाहरण हैं। एमए तक पढ़े लिखे बृजेश मिश्रा, विभिन्न मौसमों में कई तरह की सब्जियां उगाकर मुनाफा कमाते हैं।
किसानों को प्रेरणा: बृजेश मिश्रा न केवल खुद अच्छा मुनाफा कमाते हैं, बल्कि वे अन्य किसानों को भी प्रेरणा देते हैं। वे विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेते हैं और अन्य किसानों को सब्जी की खेती के फायदे बताते हैं।
बृजेश मिश्रा की सफलता: बृजेश मिश्रा 15-16 बीघे में सब्जी की खेती करते हैं। वे कद्दू, टमाटर, लौकी, तरोई, भिंडी, मिर्च, धनिया जैसी सब्जियां उगाते हैं। भिंडी का सीजन होने के कारण, वे अभी भिंडी की खेती पर ध्यान दे रहे हैं।
बृजेश मिश्रा का कहना है कि सब्जी की खेती बहुत फायदेमंद है। वे सभी किसानों को प्रोत्साहित करते हैं कि वे पारंपरिक खेती के साथ-साथ सब्जी की खेती भी करें और अपनी आय में वृद्धि करें।
सरकारी मदद: बृजेश मिश्रा को समय-समय पर कृषि विभाग से मदद मिलती रहती है। उन्होंने छोटे स्तर पर खेती शुरू की थी, लेकिन आज वे बड़े स्तर पर खेती कर रहे हैं।
किसान बृजेश मिश्रा नई तकनीक, परिश्रम और लगन से खेती कर महत्वपूर्ण मुकाम हासिल कर रहे हैं। वे न केवल खुद लाभान्वित हो रहे हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन रहे हैं।