विज्ञापन
गेहूं की खेती से किसान को अधिक उत्पादन प्राप्त हो और किसान को अच्छी कमाई हो सके इसलिए हमारे कृषि वैज्ञानिक हर साल गेहूं की कोई ना कोई अधिक उन्नत वैरायटी के बीज किसान को उपलब्ध कराते है और इनसे किसान को उम्मीद से अधिक उत्पादन प्राप्त होता है। ऐसे ही कृषि वैज्ञानिकों ने गेहूं की DBW 327 उन्नत किस्म विकसित की है। गेहूं की इस किस्म की खासियत (DBW 327 Unnat Kism Ki Khasiyat) : भारत में गेहूं का उत्पादन पंजाब, हरियाणा और गुजरात राज्य में किसान गेहूं की खेती से अधिक उत्पादन प्राप्त करते है। आईसीएआर के मुताबिक करण शिवानी (Karan Shivani) DBW 327 गेहूं की उन्नत किस्म से पंजाब और हरियाणा राज्य के किसान को बेहद उत्पादन प्राप्त हुआ। जिस किसान ने इस गेहूं की उन्नत किस्म की बुवाई अपने खेत में की थी उस किसान की किस्मत बदल गई।
गेहूं की इस DBW 327 (करण शिवानी) किस्म को आईसीएआर-भारतीय गेहूं अनुसंधान संस्थान करनाल ने तैयार किया है। किसान ने गेहूं की इस उन्नत किस्म की खेती एक हैक्टर भूमि में करने पर 87.8 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है।
किसान ने गेहूं की यह करण शिवानी DBW 327 किस्म की बुवाई एक हैक्टर जमीन में की है तो न्यूनतम 79.5 और अधिकतम 87.8 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त कर सकते है। इस साल पंजाब और हरियाणा राज्य के किसान ने गेहूं की यह उन्नत किस्म की बुवाई की तो गेहूं की इस उन्नत किस्म से एक एकड़ में 33.70 क्विंटल का और एक हेक्टर में 84 क्विंटल तक की पैदावार हुई है।
ICAR-IIWBR, करनाल के डायरेक्टर डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि किसान की जरूरत को पूरा करने के लिए उन्नत फसल के बीज और किस्म विकसित करने में अधिक ध्यान दिया और गेहूं की यह करण शिवानी DBW 327 किस्म की खेती किसान सफलतापूर्वक करके अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते है। और इस गेहूं की किस्म से किसान को अच्छा लाभ और देश में गेहूं का उत्पादन भी अधिक होगा।