• होम
  • गर्मी और बरसात में अमरूद की अच्छी फसल के लिए, अपनाएं ये जरूर...

गर्मी और बरसात में अमरूद की अच्छी फसल के लिए, अपनाएं ये जरूरी सावधानियां

अमरूद की देखभाल
अमरूद की देखभाल

अमरूद एक पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर फल है, जिसकी मांग पूरे साल बनी रहती है। लेकिन गर्मी और बरसात के मौसम में इसकी गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। इस दौरान फल में दरारें और सूखे धब्बे आने लगते हैं। सही देखभाल और कुछ जरूरी उपाय अपनाकर इन समस्याओं को कम किया जा सकता है और बेहतर क्वालिटी वाले अमरूद का उत्पादन किया जा सकता है।

अमरूद की गुणवत्ता क्यों खराब होती है Why does the quality of guava deteriorate?

  1. पानी की कमी और अनियमित सिंचाई – अगर पौधों को पर्याप्त पानी नहीं मिलता और अचानक भारी बारिश या ज्यादा सिंचाई हो जाती है, तो फल तेजी से बढ़ने लगते हैं, जिससे उनकी त्वचा फट जाती है।
  2. पोषक तत्वों की कमी – कैल्शियम और बोरॉन की कमी से फलों की त्वचा कमजोर और सख्त हो जाती है, जिससे दरारें और धब्बे पड़ने लगते हैं।
  3. अत्यधिक धूप और गर्मी – ज्यादा गर्मी से फलों की त्वचा पर सूखे और सख्त धब्बे आ सकते हैं।
  4. कीट और बीमारियां – अमरूद की फल मक्खी, थ्रिप्स, माइट्स, एन्थ्रेक्नोज, स्कैब और बैक्टीरियल कैंकर जैसी समस्याएं फलों की गुणवत्ता खराब कर सकती हैं।

गर्मी और बरसात में अमरूद की देखभाल कैसे करें How to take care of guava in summer and rainy season?

1. गर्मी से बचाव के उपाय:

  1. पेड़ों पर शेड नेट लगाएं, ताकि सीधी धूप से फलों को बचाया जा सके।
  2. मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए नियमित और संतुलित सिंचाई करें।
  3. अचानक ज्यादा पानी देने से बचें, क्योंकि इससे फल तेजी से बढ़कर फट सकते हैं।
  4. मल्चिंग करें ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे और पानी का उतार-चढ़ाव न हो।

2. बरसात में सावधानियां:

  1. खेत में पानी जमा न होने दें और जल निकासी की उचित व्यवस्था करें।
  2. अगर बहुत ज्यादा बारिश होने की संभावना हो, तो पके हुए फलों की समय पर तुड़ाई कर लें।

3. पोषक तत्वों की पूर्ति:

  1. कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए 0.5-1% कैल्शियम नाइट्रेट या कैल्शियम क्लोराइड का पत्तियों पर छिड़काव करें।
  2. बोरॉन की कमी से बचने के लिए 0.2% बोरेक्स घोल का छिड़काव करें।
  3. मिट्टी की जांच करवाकर आवश्यक उर्वरकों का सही मात्रा में उपयोग करें।

4. कीट और बीमारियों से बचाव:

  1. खेत में ट्रैप लगाएं और फलों को बैग से ढकें।
  2. नीम तेल या जैविक कीटनाशकों का छिड़काव करें।
  3. यदि संक्रमण ज्यादा हो जाए, तो उपयुक्त कीटनाशकों का उपयोग करें।
  4. कॉपर-आधारित फफूंदनाशक का छिड़काव करें और संक्रमित फलों को तुरंत नष्ट कर दें।

अन्य जरूरी उपाय:

  1. समय-समय पर पेड़ों की छंटाई करें।
  2. दरार-प्रतिरोधी अमरूद की किस्मों का चयन करें।
  3. यदि किसी किस्म में बार-बार समस्या आ रही हो, तो उसे बदलने पर विचार करें।

इन उपायों को अपनाकर गर्मी और बरसात में भी उच्च गुणवत्ता वाले अमरूद का उत्पादन किया जा सकता है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिलेगा।

ये भी पढें- संबल योजना में श्रमिकों को 505 करोड़ रुपये की राहत, जानें कैसे मिलेगा लाभ

khetivyapar.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण जानकारी WhatsApp चैनल से जुड़ें