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गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल बडे ही धूम-धाम से मनाया जाता है। इस बार 07 सितम्बर से गणेश उत्सव प्रारंभ हो रहा है। 10 दिन तक चलने वाले इस पर्व का समापन अनंत चतुर्दशी की तिथि को गणपति विसर्जन किया जाता है। इस साल गणेश विसर्जन 17 सितबंर को रहेगा।
07 सितबंर दिन शनिवार को राहुकाल का समय सुबह 09 बजकर 08 मिनट से 10 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इस समय गणेशजी की स्थापना नहीं करें, इसलिये राहुकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है।
हिंदू पंचाग के मुताबिक, गणेश चतुर्थी का 06 सितबंर दोपहर 3 बजकर 02 मिनट से प्रारंभ होकर 07 सितबंर की शाम को 05 बजकर 38 मिनट पर इसका समापन होगा। इस दिन गणेश मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 05 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व होता है।
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गणेश चतुर्थी का हिंदुओं में बहुत बड़ा धार्मिक महत्व है। यह दिन पूरे देश में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। लोग इस दिन को बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाते हैं। भगवान गणेश को सभी प्रकार के विघ्नों को दूर करने वाले माने जाते हैं। इस दिन उनकी पूजा करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सफलता मिलती है। गणेश चतुर्थी को नए कार्यों की शुरुआत करने के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन चांद देखने से बचने की सलाह दी जाती है और ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस दिन चांद के दर्शन करते हैं, वे अभिशाप से ग्रस्त हो सकते हैं। इसलिए उन्हें चांद देखने से बचना चाहिए।
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