छत पर बागवानी योजना का उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में घर की छतों पर फल, फूल और सब्जियों की खेती को बढ़ावा देना है। इस योजना के माध्यम से शहरी निवासियों को प्राकृतिक खेती की दिशा में प्रोत्साहित किया जाता है। इस लेख में हम छत पर बागवानी योजना से संबंधित विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्रदान करेंगे, जिससे इच्छुक व्यक्ति आसानी से इस योजना का लाभ उठा सकें।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को घर की छत पर खेती करने के लिए प्रेरित करना है। छत पर बागवानी करने से न केवल घरों की सुंदरता में वृद्धि होती है, बल्कि घर के भोजन की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। यह योजना विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में फल, फूल और सब्जी उगाने को प्रोत्साहित करती है।
यह योजना मुख्यतः उन व्यक्तियों के लिए है जिनके पास अपना घर है या अपार्टमेंट में फ्लैट है, जिनकी छत पर 300 वर्ग फीट खाली स्थान हो।
फार्मिंग बेड योजना और गमले की योजना: इस योजना के तहत दो प्रमुख विकल्प हैं: फार्मिंग बेड योजना और गमले की योजना।
फार्मिंग बेड योजना: इस योजना के अंतर्गत 300 वर्ग फीट स्थान के लिए कुल लागत ₹48,574 है। सरकार इस पर 75% अनुदान देती है, यानी ₹36,430.50 का अनुदान मिलेगा, और शेष ₹12,143.50 लाभार्थी को जमा करने होंगे।
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गमले की योजना: गमले की योजना में प्रति इकाई की लागत ₹8,975 है, जिसमें 75% अनुदान ₹6,731.25 मिलेगा। शेष ₹2,243.75 लाभार्थी को जमा करना होगा।
चयन प्रक्रिया और भागीदारी:
योजना में चयन हेतु जिला के लक्ष्य के अनुसार विभिन्न जातियों और महिलाओं के लिए प्राथमिकता निर्धारित की गई है:
साथ ही, कुल भागीदारी में 30% महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
फार्मिंग बेड योजना के घटक:
गमले की योजना के घटक:
बागवानी का रख-रखाव: इस योजना के तहत लाभार्थियों को अपनी छत पर लगाए गए पौधों का रख-रखाव स्वयं के स्तर पर करना अनिवार्य होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि बागवानी सफलता प्राप्त करे, आवश्यक देखभाल और पोषण प्रदान करना जरूरी है।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
आवेदन करने के बाद, फार्मिंग बेड योजना और गमले की योजना के लिए लाभार्थियों को उनके अंश की राशि जमा करने के लिए बैंक खाता संख्या और अन्य विवरण भेजे जाएंगे।
निष्कर्ष: छत पर बागवानी योजना शहरी क्षेत्रों के निवासियों को प्राकृतिक खेती की ओर प्रेरित करने का एक बेहतरीन प्रयास है। इस योजना के माध्यम से लोग अपनी छतों का उपयोग फल, फूल और सब्जियाँ उगाने के लिए कर सकते हैं, जिससे न केवल पर्यावरण में सुधार होगा, बल्कि घरों में ताजगी और पोषण भी आएगा।
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