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Garlic mandi bhav Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में लहसुन की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव, 17 दिसंबर 2024 की ताजा मंडी रिपोर्ट यहाँ देखें

लहसुन
लहसुन

मध्य प्रदेश में लहसुन के बाजार का विश्लेषण, मध्य प्रदेश की मंडियों में 17 दिसंबर 2024 को लहसुन की कीमतों में अस्थिरता देखी गई। इस स्थिति का प्रभाव किसानों, व्यापारियों और उपभोक्ताओं पर स्पष्ट रूप से पड़ रहा है। इस रिपोर्ट में मंडीवार मूल्य, आवक और इन उतार-चढ़ाव के कारणों पर विस्तार से चर्चा की गई है।

मध्य प्रदेश में लहसुन की आवक और कीमतों का विवरण:

नीचे दी गई तालिका में 17 दिसंबर 2024 को मध्य प्रदेश के प्रमुख बाजारों में लहसुन की आवक और न्यूनतम एवं अधिकतम कीमतों का विवरण दिया गया है।

मंडी का नाम आवक (टन में) वैरायटी न्यूनतम मूल्य (₹/क्विंटल) अधिकतम मूल्य (₹/क्विंटल)
भोपाल 20.98 औसत 21800 21800
गौतमपुरा 8.67 लहसुन 5600 21900
इंदौर 138.76 लहसुन 600 26750
सीहोर 10.22 लहसुन 4000 23700
शाजापुर 10.26 लहसुन 6500 21500
शामगढ़ 4.7 लहसुन 9400 23000
शुजालपुर 27.82 देसी 5001 23041
उज्जैन 4.75 लहसुन 4000 20390
पिपरिया (फल एवं सब्जी) 0.1 लहसुन 20000 35000
पिपल्या 103.96 लहसुन 1700 26413
राजगढ़ 0.2 लहसुन 15000 18000
रतलाम 28.67 देसी 6001 24950
नरसिंहगढ़ 7.65 लहसुन 8700 23700
नीमच 18.04 औसत 14001 22500
मंदसौर 249.39 लहसुन 1300 31000
कालापीपल (फल एवं सब्जी) 120 लहसुन 4530 24650

प्रमुख हाइलाइट्स:

  1. अधिकतम मूल्य: पिपरिया मंडी में लहसुन का अधिकतम मूल्य 35,000 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया।
  2. न्यूनतम मूल्य: इंदौर मंडी में लहसुन का न्यूनतम मूल्य 600 रुपये प्रति क्विंटल तक गिर गया, जो कि सबसे कम है।
  3. सबसे अधिक आवक: मंदसौर मंडी में 249.39 टन लहसुन की आवक हुई, जो सभी मंडियों में सबसे अधिक है।
  4. स्थिरता: भोपाल और राजगढ़ जैसी मंडियों में कीमतों में अपेक्षाकृत कम उतार-चढ़ाव देखा गया।

लहसुन की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण:

  1. अत्यधिक उत्पादन: इस सीजन में लहसुन का उत्पादन अधिक हुआ है, जिससे बाजार में आपूर्ति बढ़ी है।
  2. मांग में कमी: घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में लहसुन की मांग में कमी आई है।
  3. गुणवत्ता में भिन्नता: अलग-अलग मंडियों में लहसुन की गुणवत्ता में भिन्नता के कारण कीमतों में भारी अंतर देखा गया।
  4. भंडारण और निर्यात की समस्याएं: समय पर भंडारण और निर्यात में रुकावटों के कारण किसान अपनी उपज को कम कीमत पर बेचने को मजबूर हो रहे हैं।

निष्कर्ष: मध्य प्रदेश में लहसुन की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सीधा असर किसानों और व्यापारियों पर पड़ा है। सरकार और संबंधित एजेंसियों को इस स्थिति में हस्तक्षेप कर स्थिरता लाने के प्रयास करने चाहिए। किसानों को उचित मूल्य मिलना आवश्यक है ताकि वे अपनी आजीविका सुचारू रूप से चला सकें।

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