विज्ञापन
लहसुन की मांग भारतीय रसोई और औद्योगिक उपयोग के लिए हर समय बनी रहती है। विभिन्न मंडियों में लहसुन की आवक और उसके भाव मौसम, उत्पादन और गुणवत्ता के आधार पर बदलते रहते हैं। 11 दिसंबर 2024 को हरियाणा और मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में लहसुन के ताज़ा बाजार भाव की जानकारी इस प्रकार है।
अंबाला कैंट मंडी में लहसुन का भाव: अंबाला कैंट में लहसुन की अच्छी आवक देखने को मिली। यहां लहसुन का न्यूनतम मूल्य ₹12,000 प्रति क्विंटल, अधिकतम मूल्य ₹18,000 प्रति क्विंटल और मोडल मूल्य ₹15,000 प्रति क्विंटल रहा। यह कीमतें किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए संतोषजनक मानी जा रही हैं।
ये भी पढें... हरियाणा और पंजाब में मेथी के पत्तियों का मंडी भाव
बरारा मंडी में लहसुन का भाव: बरारा मंडी में आज लहसुन की आवक मात्र 0.4 टन रही। यहां लहसुन का न्यूनतम, अधिकतम और मोडल मूल्य सभी ₹6,500 प्रति क्विंटल रहे। आवक कम होने के कारण दाम स्थिर बने रहे।
गनौर मंडी में लहसुन का भाव: गनौर मंडी में लहसुन की आवक 0.5 टन रही। यहां लहसुन का न्यूनतम मूल्य ₹20,000 प्रति क्विंटल, अधिकतम मूल्य ₹22,000 प्रति क्विंटल और मोडल मूल्य ₹20,000 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। उच्च गुणवत्ता और कम आवक के कारण दाम ऊंचे रहे।
थानेसर मंडी में लहसुन का भाव: थानेसर मंडी में लहसुन की आवक मात्र 0.1 टन रही। यहां लहसुन का न्यूनतम मूल्य ₹15,000 प्रति क्विंटल, अधिकतम मूल्य ₹25,000 प्रति क्विंटल और मोडल मूल्य ₹20,000 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। यहां उच्चतम गुणवत्ता और सीमित आवक के चलते दाम सबसे अधिक रहे।
ये भी पढें... बिहार में आलू का मंडी भाव आज का
कालापीपल (फल और सब्जी मंडी) में लहसुन का भाव: कालापीपल मंडी में लहसुन की भारी आवक 125 टन दर्ज की गई। यहां लहसुन का न्यूनतम मूल्य ₹4,370 प्रति क्विंटल, अधिकतम मूल्य ₹23,210 प्रति क्विंटल और मोडल मूल्य ₹17,650 प्रति क्विंटल रहा। भारी आवक के बावजूद दाम व्यापारियों के लिए लाभदायक बने रहे।
किसानों और व्यापारियों के लिए सुझाव: किसानों और व्यापारियों के लिए लाभप्रद बाजार रणनीतियां अपनाने की सलाह दी जाती है:
निष्कर्ष: 11 दिसंबर 2024 को हरियाणा और मध्य प्रदेश की प्रमुख मंडियों में लहसुन का मंडी भाव में विविधता देखने को मिली। हरियाणा के गनौर और थानेसर में जहां ऊंचे भाव दर्ज किए गए, वहीं मध्य प्रदेश की कालापीपल मंडी में भारी आवक के चलते औसत दाम स्थिर रहे। किसानों और व्यापारियों के लिए यह आवश्यक है कि वे मंडी भाव और बाजार की स्थिति पर नजर बनाए रखें और अपनी रणनीतियां उसी के अनुसार तैयार करें। इससे उन्हें अधिक लाभ प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।
ये भी पढें... राजस्थान में सोयाबीन का मंडी भाव आज का