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अदरक उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण मसाला फसल है, जिसका उपयोग केवल भोजन में स्वाद बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य लाभ के लिए भी किया जाता है। किसानों और व्यापारियों के लिए अदरक के ताजे भाव की जानकारी रखना आवश्यक है, ताकि वे सही समय पर उचित निर्णय ले सकें। इस लेख में, हम 9 नवंबर 2024 को उत्तर प्रदेश की विभिन्न मंडियों में अदरक के ताजा भावों का विस्तृत विवरण साझा करेंगे, ताकि आप अदरक की कीमतों के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त कर सकें।
छुटमलपुर मंडी में अदरक की अच्छी मात्रा में आवक देखी गई। यहां लगभग 0.5 टन हरा अदरक आया। इस मंडी में अदरक का न्यूनतम मूल्य 3200 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जबकि अधिकतम मूल्य 3400 रुपये प्रति क्विंटल था। इस तरह औसत मूल्य 3300 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
खैर में अदरक का मंडी भाव: खैर मंडी में अदरक की अधिक मात्रा पहुंची, जहां लगभग 1 टन अदरक की आवक हुई। इस मंडी में अदरक का न्यूनतम मूल्य 4500 रुपये प्रति क्विंटल और अधिकतम मूल्य 5500 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। यहां औसत मूल्य 5000 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जो अदरक के व्यापार के लिए एक अच्छा संकेत है।
कोपगंज में अदरक का मंडी भाव: कोपगंज मंडी में 5 टन अदरक की आवक हुई, जो कि अन्य मंडियों की तुलना में अधिक थी। यहां अदरक की कीमतें 5000 रुपये से 5200 रुपये प्रति क्विंटल के बीच थीं। औसत मूल्य 5100 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जिससे यह पता चलता है कि इस मंडी में अदरक की मांग अच्छी बनी हुई है।
नौतनवा मंडी में अदरक की कम मात्रा (0.1 टन) आई, लेकिन यहां कीमतें उच्च स्तर पर थीं। इस मंडी में अदरक का न्यूनतम मूल्य 5650 रुपये और अधिकतम मूल्य 5850 रुपये प्रति क्विंटल रहा। औसत मूल्य 5730 रुपये प्रति क्विंटल रहा, जो अन्य मंडियों की तुलना में उच्च था।
सिकरपुर में अदरक का मंडी भाव: सिकरपुर मंडी में भी अदरक की सीमित मात्रा (0.3 टन) आई, लेकिन यहां मूल्य काफी ऊंचा रहा। अदरक का न्यूनतम मूल्य 6600 रुपये और अधिकतम मूल्य 6800 रुपये प्रति क्विंटल था। औसत मूल्य 6700 रुपये प्रति क्विंटल था, जो इस मंडी की कीमतों में सबसे ऊंचा स्तर दर्शाता है।
निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश की विभिन्न मंडियों में अदरक के भाव में भिन्नता स्पष्ट रूप से देखी गई है। जहां छुटमलपुर और खैर में कीमतें अपेक्षाकृत स्थिर रहीं, वहीं नौतनवा और सिकरपुर में अदरक की कीमतें अन्य मंडियों से अधिक थीं। यह उच्च मांग और आपूर्ति में कमी के कारण हो सकता है।
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