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लोगों के आहार के साथ ज्यादा से ज्यादा पोषक अनाज जोड़ने के लिए और इसका उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार कई स्कीम चला रही है। सरकार लोगों को जागरूक करने का हर मुमकिन प्रयास कर रही है। मोटा अनाज और पौष्टिक दालों का उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को कृषि इनपुट्स पर सब्सिडी दी जा रहा है। राज्य सरकार इसके तहत अपने स्तर पर किसानों को इसका लाभ देगी। योजना के अनुसार किसानों को मोटे अनाज के बीजों की मिनीकिट मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी। इसी क्रम में यूपी सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान जायद सीजन में मूंग, उड़द और रागी का उत्पादन बढ़ाने का प्लान बनाया है। सरकार इस योजना पर 7.4365 करोड़ की धनराशि खर्च कर रही है। इसका फायदा लगभग 1.5 लाख किसानों को मिलेगा।
योजना के फायदे
कहां से मिलेंगे बीज? बीज प्राप्त करने के लिए किसानों को अपने नजदीकी कृषि विभाग के निर्धारित राजकीय कृषि बीज भंडारों से संपर्क करना होगा। चाहें तो अपने ग्राम पंचायत के किसान सलाहकार या ब्लॉक लेवल पर कार्यरत कृषि अधिकारी से भी स्कीम की जानकारी ले सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए यूपी कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट http://upagriculture.com/ को विजिट कर सकते हैं।
योजना का लाभ पाने के लिए लगेंगे ये दस्तावेज: मुफ्त में बीज पाने के लिए पहचान पत्र, एड्रेस प्रूफ, जमीन के दस्तावेज, बैंक खाते के डिटेल, जैसे डॉक्यूमेंट्स की जरूरत लगेगी। योजना का लाभ उठाने के लिए किसान के पास पंजीकरण संख्या भी होनी चाहिए। खुद की जमीन पर खेती करने वाले यूपी के निवासी किसानों को ही बीजों का नि:शुल्क मिनीकिट मिलेंगी।