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प्रधानमंत्री द्वारा देश के मेधावी विद्यार्थियों के लिए पीएम-विद्यालक्ष्मी योजना की स्वीकृति करने की मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय कैबिनेट में मेधावी विद्यार्थियों के लिए पीएम- विद्यालक्ष्मी योजना की स्वीकृति कर उन सभी विद्यार्थियों की राह आसान कर दी है। एमपी के मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस योजना के जरिये विद्यार्थियों के आंगे बढने के रास्ते खुलेंगे और विकसित भारत में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। इस योजना का उदे्श्य अच्छी शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने के लिए छात्रों को आर्थिक रूप से लाभ पहुंचाना है।
प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना के तहत क्वालिटी हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन (QHEI) में एडमिशन लेने पर छात्रों को सिलेबस से जुड़ी ट्यूशन फीस और बाकी के खर्चों को कवर करने के लिए फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस और बैंकों से बिना किसी गारंटी के लोन मिल सकेगा। इस योजना के तहत एक सरल और पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत हर साल 22 लाख से ज्यादा छात्रों को लोन दिया जाएगा। लोन के लिए सरकार 75% क्रेडिट गारंटी भी देगी।
केंद्रीय मंत्री अश्विन वैष्णव ने इस योजना के बारे में बताया कि जिन परिवारों की आय प्रतिवर्ष 8 लाख या इससे कम है, जो सरकारी स्कॉलरशिप या और किसी ब्याज पर छूट योजना का लाभ नहीं रहे हैं उन लोगों को 10 लाख रुपये तक के लोन पर तीन प्रतिशत ब्याज छूट भी दी जाएगी। पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत सरकार उन छात्रों को पहले नंबर पर रखेगी जो टेक्निकल या प्रोफेशनल कोर्स कर रहे होंगे। योजना में सरकार 2024-25 से लेकर 2030-31 तक के लिए 3600 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
कैसे कर सकते हैं आवेदन? विद्यालक्ष्मी योजना का लाभ लेने के लिये इसके पोर्टल (Vidyalakshmi Portal) की आधिकारिक साइट पर रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन दिखेगा। यहां आपको दो ऑप्शन दखेंगे, जिसमें पहला स्टूडेंट और दूसरा बैंक का भी ऑप्शन दिखेगा। रजिस्टर करने के लिए सबसे पहले अपनी मेल आईडी डालें, पासवर्ड क्रिएट करें। इसके बाद कैप्चाडालकर लॉगिन करके लोन और स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
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