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केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्राकृतिक खेती के बारे में कहा कि किसान प्राकृतिक खेती का प्रयोग से उत्पादन अधिक होगा और भंडारण में तेजी आएगी। उन्होंने ऐसे किसानों को बधाई दी जो बिना केमिकल फर्टिलाइजर के उपयोग व गुणत्ता के साथ उत्पादन भी बढ़ाया है। अनाज का उत्पादन कर रहे हैं। यह भी कहा कि ऐसा फल, सब्जी व अन्ना पैदा करें जो शरीर के लिए अमृत के समान हो। किसानों की यह धारणा बन गई है कि बिना केमिकल फर्टिलाइजर के उत्पादन नहीं होगा लेकिन हो सकता है पहले व दूसरे साल उत्पादन कम हो लेकिन तीसरे साल से उत्पादन बेहतर होने लगता है।
आज दुनिया ग्लोबल वार्मिंग से चिंतित है। केमिकल फर्टिलाइजर के उपयोग से उत्पादन अधिक बढ़ा लेकिन क्या वह खाने योग्य है। कृषि मंत्री ने कहा कि सारे कीट मित्र समाप्त हो गये केंचुआ दिखाई नहीं देता। इसे ध्यान में रखते हुए भारत सरकार प्राकृतिक खेती को आगे बढ़ावा देने के लिए अनुदान देने पर विचार कर रही है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत सरकार धरती के अस्तित्व को सुरक्षित रखने के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए भारत सरकार प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी देगी। किसानों को प्राकृतिक खेती के सर्टिफिकेशन की भी प्रदान करेगी और तीन साल तक किसानों की क्षतिपूर्ति के लिए उनके खातों में पैसे भी देगी।
केमिकल के इस्तेमाल से धरती की उर्वरता हो रही नष्ट : केमिकल फर्टिलाइजर के इस्तेमाल से धरती की उर्वरक क्षमता प्रभावित होती है। चौहान ने कहा कि कीटनाशक दवाइयों के उपयोग से कीट मित्र जमीन से खत्म होते जा रहे हैं। फर्टिलाइजर का दुष्प्रभाव केवल मनुष्यों में ही नहीं देखने को मिल रहा बल्कि पशु-पक्षी भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। इसी का परिणाम है कि दुनियाभर में विभिन्न आपदाएं बढ़ती जा रही है। यह मानव जाति के जीवन अस्तर पर प्रभाव पडता है। ऐसे में हमे धरती के अस्तित्व को बचाने के लिए प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना होगा।
भारत सरकार प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को जागरूक करने के साथ प्रोत्साहित भी कर रही है। प्राकृतिक खेती से उत्पादित सब्जी फल अनाज दुनियाभर में धूम मचाएगा इससे किसान खुशहाल होगा। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने इसपर कहा कि प्राकृतिक खेती और जैविक खेती दोनों अलग-अलग हैं और इस अंतर को समझना जरूरी है। राज्यपाल ने कहा कि प्राकृतिक खेती में पानी की कम जरूरत होती है और यह किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हरित क्रांति से कृषि उत्पादन जरूर बढ़ा, मगर ये अधूरा सच है।