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मोटे अनाज आधारित उद्योगों को बढ़ावा, सरकार की योजनाओं से मिल रहा प्रोत्साहन

मोटे अनाज आधारित उत्पादों के लिए विशेष प्रोत्साहन
मोटे अनाज आधारित उत्पादों के लिए विशेष प्रोत्साहन

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय देशभर में, विशेष रूप से उत्तर-पूर्वी राज्यों और ओडिशा में, मोटे अनाज (श्री अन्न) आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना और विस्तार को प्रोत्साहित कर रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (PMKSY), उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना और प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण योजना (PMFME) जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं। ये योजनाएं क्षेत्र विशेष के लिए नहीं, बल्कि मांग-आधारित हैं।

मोटे अनाज आधारित उत्पादों के लिए विशेष प्रोत्साहन:

सरकार विभिन्न खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों, विशेष रूप से मोटे अनाजों के प्रसंस्करण, के लिए वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना के तहत मोटे अनाज आधारित उत्पादों के लिए 800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इस योजना का उद्देश्य मोटे अनाजों का उपयोग बढ़ाना और उनके मूल्य संवर्धन को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत अब तक 793.27 करोड़ रुपये की राशि 29 आवेदकों (8 बड़े और 21 छोटे एवं मध्यम उद्यमों) को मंजूर की गई है।

मोटे अनाजों की मांग और खपत बढ़ाने के लिए उठाए गए कदम:

  1. "मिलेट महोत्सव": अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष (IYOM) 2023 के तहत 30 जिलों में "मिलेट महोत्सव" आयोजित किए गए। इससे सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों, विशेष रूप से मोटे अनाज उत्पादों से जुड़े स्टार्टअप और उद्योगों को बढ़ावा मिला।
  2. व्यापार मेले और प्रदर्शनियों का आयोजन: कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने मोटे अनाजों के प्रचार, उपयोग और निर्यात बढ़ाने के लिए कई व्यापार मेलों, प्रदर्शनियों और मिलेट कॉन्क्लेव का आयोजन किया।
  3. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रचार: APEDA ने भारतीय दूतावासों और विभिन्न सरकारी विभागों के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेलों, सैंपलिंग कार्यक्रमों और बायर-सेलर मीट आयोजित किए।
  4. राष्ट्रीय मिलेट सम्मेलन: राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता और प्रबंधन संस्थान (NIFTEM-T) ने 6-7 मई 2023 को चेन्नई में "राष्ट्रीय मिलेट सम्मेलन" आयोजित किया।
  5. अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन: NIFTEM-K ने 24-26 अगस्त 2023 को हरियाणा के कुंडली में "अंतरराष्ट्रीय मिलेट सम्मेलन" आयोजित किया।
  6. राष्ट्रीय मिलेट एक्सपो 2023: ICAR-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (NRRI), कटक में "राष्ट्रीय मिलेट एक्सपो-2023" आयोजित किया गया।
  7. विश्व खाद्य भारत 2023: 3-5 नवंबर 2023 को नई दिल्ली में "वर्ल्ड फूड इंडिया 2023" का आयोजन किया गया, जिसमें मोटे अनाजों को प्रमुख रूप से शामिल किया गया।

खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में उद्यमियों को बढ़ावा:

सरकार ने कठिन भौगोलिक क्षेत्रों जैसे उत्तर-पूर्वी राज्य, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विशेष रियायतें दी हैं। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा इन योजनाओं से उत्पन्न रोजगार अवसरों पर कोई विशेष समिति गठित नहीं की गई है, लेकिन इन योजनाओं ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों का सृजन किया है। सरकार की ये योजनाएं किसानों, स्टार्टअप्स और खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान कर रही हैं, जिससे मोटे अनाजों की खपत और उनके व्यापार को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा मिलेगा।

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