क्या आप अपनी हरी मिर्च की फसल को सही कीमत पर बेचने का इंतजार कर रहे हैं? या मंडियों के ताजा भाव जानने के लिए उत्सुक हैं? आज का मंडी अपडेट आपके लिए बेहद अहम है। गुजरात की गोंडल मंडी से लेकर पंजाब की पट्टी मंडी और उत्तर प्रदेश की जहानाबाद व गुलावटी मंडियों तक, हरी मिर्च के दामों में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। कहीं उच्च गुणवत्ता वाली मिर्च ने किसानों को राहत दी तो कहीं भारी आवक ने कीमतें गिरा दीं। जानिए, कहां और कैसे आपकी फसल को मिलेगा सही दाम।
गोंडल (सब्जी मंडी) में हरी मिर्च का भाव: गुजरात की गोंडल मंडी में आज हरी मिर्च की कुल आवक 11.78 टन रही। यहाँ हरी मिर्च की न्यूनतम कीमत ₹1,000 प्रति क्विंटल, अधिकतम कीमत ₹4,000 प्रति क्विंटल और मॉडल मूल्य ₹2,500 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। गोंडल मंडी में हरी मिर्च के दाम फसल की गुणवत्ता के आधार पर अलग-अलग रहे, जो किसानों और व्यापारियों के लिए संतोषजनक रहे।
पट्टी मंडी में हरी मिर्च का भाव: पट्टी मंडी में आज हरी मिर्च की आवक 0.2 टन रही। यहाँ हरी मिर्च की न्यूनतम कीमत ₹2,500 प्रति क्विंटल, अधिकतम कीमत ₹3,000 प्रति क्विंटल और मॉडल मूल्य ₹2,600 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। कम आवक के बावजूद, यहाँ के दाम संतोषजनक रहे और उच्च गुणवत्ता की मिर्च के लिए अच्छी मांग बनी रही।
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गुलावटी मंडी में हरी मिर्च का भाव: गुलावटी मंडी में आज हरी मिर्च की आवक 0.1 टन रही। यहाँ हरी मिर्च की न्यूनतम कीमत ₹3,100 प्रति क्विंटल, अधिकतम कीमत ₹3,300 प्रति क्विंटल और मॉडल मूल्य ₹3,200 प्रति क्विंटल रहा। यह मंडी आज के उच्चतम दामों के लिए जानी गई, जो किसानों के लिए राहत का कारण बनी।
जहानाबाद मंडी में हरी मिर्च का भाव: जहानाबाद मंडी में आज हरी मिर्च की भारी आवक 119.8 टन दर्ज की गई। यहाँ हरी मिर्च की न्यूनतम कीमत ₹1,000 प्रति क्विंटल, अधिकतम कीमत ₹1,002 प्रति क्विंटल और मॉडल मूल्य ₹1,001 प्रति क्विंटल रहा। भारी आवक के कारण कीमतें अपेक्षाकृत कम रहीं, जिससे व्यापारी इस मंडी की ओर आकर्षित हुए।
आज हरी मिर्च के टुडे मंडी भाव ने यह साबित किया कि फसल की गुणवत्ता, आवक, और मांग का सीधा असर कीमतों पर पड़ता है। गुलावटी मंडी में ₹3,200 प्रति क्विंटल के उच्चतम भाव ने किसानों को अच्छा लाभ प्रदान किया। वहीं, जहानाबाद मंडी में भारी आवक के चलते न्यूनतम दाम दर्ज हुए, जिससे व्यापारियों को सस्ती खरीद का मौका मिला।
किसानों के लिए यह जरूरी है कि वे अपनी फसल की गुणवत्ता बनाए रखें और मंडी के लेटेस्ट प्राइस ट्रेंड को समझकर सही समय और स्थान पर अपनी फसल बेचें। यह रणनीति उनकी आय में सुधार करने में सहायक होगी और उन्हें बेहतर मुनाफा दिला सकती है।
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