किसान भाइयों, हरी मेथी की खेती करने वालों के लिए मंडियों के ताजा भाव जानना बेहद जरूरी है। आज, 16 जनवरी 2025 को हरियाणा की विभिन्न मंडियों में हरी मेथी की आवक और दामों की स्थिति सामने आई है। हर मंडी में हरी मेथी की कीमतें उसकी गुणवत्ता और आवक के अनुसार अलग-अलग रहीं। इस रिपोर्ट में बरवाला, नारनौल, समालखा और सोहना मंडियों के ताजा भाव और आवक का विस्तृत विवरण दिया गया है।
बरवाला मंडी में आज 0.4 टन हरी मेथी की आवक दर्ज की गई। यहाँ हरी मेथी की न्यूनतम मूल्य ₹1,200 प्रति क्विंटल और अधिकतम मूल्य ₹1,500 प्रति क्विंटल रहा। मॉडल मूल्य ₹1,350 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। बरवाला मंडी में मेथी की आवक कम थी, लेकिन दाम संतुलित रहे, जो छोटे किसानों के लिए राहतभरी खबर है।
नारनौल मंडी में आज हरी मेथी की आवक 0.1 टन रही। यहाँ हरी मेथी की न्यूनतम मूल्य ₹1,450 प्रति क्विंटल और अधिकतम मूल्य ₹1,550 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। मॉडल मूल्य ₹1,500 प्रति क्विंटल रहा। यह मंडी उन किसान भाइयों के लिए खास है जो अपने उत्पाद की बेहतर कीमत की तलाश में हैं।
समालखा में हरी मेथी का मंडी भाव: समालखा मंडी में हरी मेथी की आवक 0.3 टन रही। यहाँ हरी मेथी की न्यूनतम मूल्य ₹1,000 प्रति क्विंटल और अधिकतम मूल्य ₹1,050 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। मॉडल मूल्य ₹1,000 प्रति क्विंटल रहा। समालखा मंडी में दाम अपेक्षाकृत कम रहे, जो स्थानीय व्यापारियों और खरीदारों के लिए लाभदायक है।
सोहना में हरी मेथी का मंडी भाव: सोहना मंडी में हरी मेथी की आवक 1.4 टन रही। यहाँ हरी मेथी की न्यूनतम मूल्य ₹1,000 प्रति क्विंटल और अधिकतम मूल्य ₹1,600 प्रति क्विंटल रहा। मॉडल मूल्य ₹1,500 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। सोहना मंडी में आवक अधिक होने के बावजूद किसानों को अच्छी कीमतें मिलीं, जिससे यह मंडी किसानों के लिए आकर्षक रही।
निष्कर्ष: किसान भाइयों, 16 जनवरी 2025 को हरियाणा की प्रमुख मंडियों में हरी मेथी की कीमतें गुणवत्ता, आवक और बाजार की मांग पर निर्भर रहीं। बरवाला और नारनौल जैसी मंडियों ने जहां संतुलित और बेहतर मूल्य प्रदान किए, वहीं सोहना मंडी ने उच्चतम कीमतों के साथ किसानों के लिए बड़ा अवसर प्रस्तुत किया। दूसरी ओर, समालखा मंडी ने अपनी किफायती कीमतों के कारण छोटे व्यापारियों और खरीदारों का ध्यान आकर्षित किया।
यह स्पष्ट है कि फसल का सही मूल्य पाने के लिए मंडी और बाजार की स्थिति को समझना बहुत जरूरी है। किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे फसल कटाई के बाद ताजा भावों और बाजार के रुझानों पर नजर रखें। सही समय और सही स्थान पर फसल बेचने से न केवल बेहतर दाम मिलते हैं, बल्कि यह आपकी मेहनत का पूरा मोल भी सुनिश्चित करता है। हरी मेथी की बढ़ती मांग को देखते हुए, यह सही रणनीति बनाने का समय है ताकि आप अपने मुनाफे को बढ़ा सकें।
ये भी पढें:- दिल्ली और उत्तर प्रदेश में प्याज का भाव आज का