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Onion price: उत्तर प्रदेश में प्याज के दाम 300-600 रुपये प्रति क्विंटल तक गिरे, जानें आज के ताजा मंडी भाव

प्याज की कीमतों में गिरावट से किसान परेशान
प्याज की कीमतों में गिरावट से किसान परेशान

उत्तर प्रदेश में 24 नवंबर 2024 से 01 दिसंबर 2024 के बीच प्याज की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। विभिन्न जिलों की मंडियों में लाल प्याज (Red Onion) के भाव में 300 से 600 रुपये प्रति क्विंटल तक की कमी आई है। यह गिरावट किसानों, व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए चर्चा का विषय बन गई है। आइए, जानते हैं आज का मंडी भाव, इसके कारण और प्रभाव।

नीचे उत्तर प्रदेश के प्रमुख मंडियों में प्याज के दाम का तुलनात्मक विवरण दिया गया है:

मंडी प्रकार 24-11-2024 को प्याज का मूल्य (₹) 01-12-2024 को प्याज का मूल्य (₹) मूल्य में गिरावट (₹)
फैजाबाद लाल प्याज 4120 3775 345
फर्रुखाबाद लाल प्याज 4050 3500 550
गाज़ियाबाद लाल प्याज 4300 4050 250
गोरखपुर लाल प्याज 4000 3600 400
लखीमपुर लाल प्याज 4300 4080 220
मैनपुरी लाल प्याज 3750 3500 250
मुरादाबाद लाल प्याज 4000 3760 240
पीलीभीत लाल प्याज 4120 3920 200
वाराणसी लाल प्याज 3920 3700 220
रामपुर लाल प्याज 4050 3800 250
बदायूं नासिक प्याज 4115 3940 175
प्रतापगढ़ लाल प्याज 4360 3925 435
फतेहपुर लाल प्याज 4150 3950 200

प्रमुख मंडियों में स्थिति का विश्लेषण:

  1. सबसे अधिक गिरावट: फर्रुखाबाद में प्याज की कीमतें 4050 रुपये से गिरकर 3500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गईं।
  2. स्थिर गिरावट: मुरादाबाद, वाराणसी और पीलीभीत में भाव समान रूप से 200 से 250 रुपये तक कम हुए।
  3. नासिक प्याज की स्थिति: बदायूं जिले में नासिक प्याज के भाव में सबसे कम गिरावट (175 रुपये) दर्ज की गई।

गिरावट का उपभोक्ताओं और किसानों पर प्रभाव Impact of decline on consumers and farmers:

  1. उपभोक्ताओं को राहत: प्याज के दाम कम होने से आम उपभोक्ताओं को राहत मिली है। यह दैनिक खर्च को कम करने में मददगार साबित हो रहा है।
  2. किसानों को नुकसान: प्याज के दाम गिरने से किसानों को अपनी लागत निकालने में परेशानी हो रही है। कई किसानों को औने-पौने दामों पर फसल बेचनी पड़ रही है, जिससे उनके मुनाफे में भारी गिरावट आई है।
  3. व्यापारियों के लिए चुनौती: मंडियों में अधिक स्टॉक होने के कारण पुराने स्टॉक पर व्यापारियों को घाटा उठाना पड़ रहा है।

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समाधान और सुझाव Solutions and suggestions:

  1. सरकार की भूमिका: किसानों को बेहतर भंडारण सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए ताकि वे अपनी फसल को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकें।
  2. निर्यात को बढ़ावा: अतिरिक्त प्याज को अन्य राज्यों या देशों में निर्यात करने के प्रयास किए जाने चाहिए।
  3. मूल्य नियंत्रण: सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) सुनिश्चित करना चाहिए ताकि किसानों को उनकी लागत मिल सके।
  4. आधुनिक तकनीक का उपयोग: बेहतर भंडारण और वितरण के लिए आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाना चाहिए।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश में प्याज के दाम में आई गिरावट ने उपभोक्ताओं को राहत दी है, लेकिन किसानों और व्यापारियों के लिए यह एक चुनौती बन गई है। आज का मंडी भाव दिखाता है कि इस स्थिति के दीर्घकालिक समाधान के लिए सरकार और कृषि विभाग को सक्रिय कदम उठाने होंगे। टुडे मंडी भाव पर नजर बनाए रखें, ताकि आप ताजा अपडेट से हमेशा अवगत रहें।

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