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हाल ही में मध्य प्रदेश की विभिन्न मंडियों में लहसुन की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया है। केवल एक सप्ताह में लहसुन की कीमतें दोगुनी से भी अधिक हो गई हैं। यह वृद्धि किसानों के लिए वरदान साबित हुई है। किसान अब मालामाल हो रहे हैं। जानें कि किस मंडी में क्या स्थिति रही और क्या कारण हैं इस भारी उछाल के।
मध्य प्रदेश की विभिन्न मंडियों में लहसुन की कीमतों में भारी अंतर देखा गया है। नीचे दी गई तालिका में 18 जून और 25 जून 2024 के बीच की कीमतों का विवरण है।
मंडी का नाम | 18 जून को लहसुन के मूल्य | 25 जून को लहसुन के मूल्य | कीमतों में बड़ा उछाल |
पिपल्या | ₹ 8,000 | ₹ 19,511 | ₹ 11,511 |
गौतमपुरा | ₹ 5,500 | ₹ 17,000 | ₹ 11,500 |
इंदौर | ₹ 7,000 | ₹ 15,000 | ₹ 8,000 |
जावरा | ₹ 15,000 | ₹ 21,200 | ₹ 6,200 |
बदनावर | ₹ 5,000 | ₹ 11,000 | ₹ 6,000 |
मंदसौर | ₹ 9,000 | ₹ 15,000 | ₹ 6,000 |
सैलाना | ₹ 10,999 | ₹ 16,000 | ₹ 5,001 |
दलोदा | ₹ 10,000 | ₹ 14,001 | ₹ 4,001 |
शामगढ़ | ₹ 10,600 | ₹ 14,300 | ₹ 3,700 |
राजगढ़ | ₹ 7,000 | ₹ 9,500 | ₹ 2,500 |
लहसुन की कीमतों में उछाल के कारण:
लहसुन की कीमतों में आई इस भारी उछाल के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
किसानों के लिए फायदे: लहसुन की बढ़ी हुई कीमतों से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। उनकी आमदनी में वृद्धि हुई है जिससे वे अपनी जरूरतें पूरी कर पा रहे हैं।
निष्कर्ष: मध्य प्रदेश में लहसुन की कीमतों में भारी उछाल ने किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया है। हालांकि, सरकार और संबंधित एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कीमतों में अत्यधिक वृद्धि से उपभोक्ताओं पर भार न पड़े और बाजार में संतुलन बना रहे।