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विश्व बैंक द्वारा सहायता प्राप्त 'केरा' पहल के एक हिस्से के रूप में राज्य भर में मूल्यवर्धित कृषि उत्पादों के लिए खुदरा श्रृंखलाएं स्थापित की जाएंगी। केरा परियोजना का लक्ष्य खाद्य प्रसंस्करण और विपणन क्षेत्र में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों पर ध्यान केंद्रित करके कृषि क्षेत्र का व्यापक आधुनिकीकरण करना है। यह परियोजना उन स्टार्ट-अप को भी प्रोत्साहित करेगी, जो छोटे किसानों की मदद कर सकते हैं। इसका उद्देश्य मूल्यवर्धित कृषि उत्पादों के निर्यात की दृष्टि से विपणन चैनलों का विस्तार करना है।
यह परियोजना 2109 करोड़ रुपये के बजट पर लागू की जाएगी। विश्व बैंक की सहायता 1400 करोड़ रुपये है और शेष राज्य द्वारा वहन किया जाएगा। इस व्यापक परियोजना का मसौदा कृषि विभाग द्वारा तैयार किया गया है और एक परियोजना प्रबंधन टीम तैयार की गई है। उम्मीद है कि इस परियोजना के कार्यान्वयन से राज्य में कृषि क्षेत्र की कई चुनौतियों जैसे सामग्री के भंडारण और मूल्यवर्धित उत्पादों के उत्पादन और निर्यात का समाधान हो जाएगा।