रायसेन जिले के ग्राम नकतरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में तीन दिवसीय जिला स्तरीय कृषि विज्ञान मेले का शुभारंभ स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल और सांची विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी द्वारा किया गया। मेले में विभिन्न विभागों, प्रगतिशील किसानों और कृषि यंत्र निर्माताओं द्वारा लगाए गए स्टॉलों का निरीक्षण कर अधिकारियों ने उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी ली।
स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार गांव, गरीब और किसानों के विकास के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद कर रही है। इस वर्ष गेहूं का एमएसपी 2600 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो अगले वर्ष बढ़कर 2700 रुपये प्रति क्विंटल हो जाएगा।
इसके अलावा पंजीकृत धान उत्पादक किसानों को 4,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की अतिरिक्त सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान मेलों का आयोजन किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों से जोड़ने के लिए किया जा रहा है ताकि वे कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकें।
सांची विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि पहले राज्य में सिंचाई का क्षेत्र सीमित था, जिससे उत्पादन कम होता था। लेकिन 2004 के बाद सिंचाई सुविधाओं में वृद्धि के कारण कृषि उत्पादन और किसानों की आय में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों को ड्रोन तकनीक, उन्नत बीज और जैविक खेती को अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। साथ ही मिलेट्स (ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी) की खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
जिला पंचायत सीईओ श्रीमती अंजू पवन भदौरिया ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा वर्षभर किसानों को नवीनतम तकनीकों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से उन्नत कृषि विधियों की जानकारी दी जाती है। बताया गया कि मेले में स्टॉलों के माध्यम से उन्नत बीजों, किस्मों, उर्वरकों, कृषि यंत्रों और सरकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। किसानों को इनका अवलोकन कर अपनी खेती में इनका उपयोग करना चाहिए। स्व-सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाएं भी उन्नत खेती अपना रही हैं। जिले में सात ड्रोन दीदी भी हैं, जो आधुनिक कृषि तकनीकों का उपयोग कर रही हैं।
तीन दिवसीय मेले का उद्देश्य और योजनाएं: कृषि अधिकारी श्री दुष्यंत धाकड़ ने बताया कि "सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा)", "एक जिला एक उत्पाद", "राष्ट्रीय कृषि विकास योजना" और "मध्य प्रदेश राज्य मिलेट मिशन" के तहत यह मेला आयोजित किया गया है। इस आयोजन में कृषि विभाग, पंचायत विभाग, उद्यानिकी विभाग, वन विभाग, जल संसाधन विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, एमपी एग्रो सहित अन्य सरकारी एवं निजी क्षेत्र की कंपनियों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें उन्नत तकनीकों की जानकारी दी जा रही है।
कृषि प्रदर्शनी का शुभारंभ: स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल और सांची विधायक डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कृषि प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और विभिन्न स्टॉलों पर जाकर उन्नत बीज, उर्वरक, कृषि यंत्रों की जानकारी ली। उन्होंने प्रगतिशील किसानों से संवाद कर उनकी कृषि पद्धतियों और अनुभवों को भी जाना।
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