प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं को सस्ती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाला राशन उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार द्वारा विशेष योजना चलाई जा रही है। राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED) के माध्यम से गेहूं का आटा, दालें, चावल और अन्य आवश्यक वस्तुएं रियायती दरों पर वितरित की जा रही हैं। श्रद्धालु व्हाट्सएप या कॉल के माध्यम से भी राशन का ऑर्डर कर सकते हैं। अब तक 1000 मीट्रिक टन से अधिक राशन वितरित किया जा चुका है और पूरे महाकुंभ क्षेत्र एवं प्रयागराज में 20 मोबाइल वैन के माध्यम से वितरण जारी है।
महाकुंभ में आए संतों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की खाद्य सामग्री की कमी न हो, इसके लिए मोबाइल वैन के माध्यम से राशन वितरण किया जा रहा है। नाफेड के राज्य प्रमुख रोहित जैन ने बताया कि यह विशेष योजना सहकारिता मंत्रालय द्वारा संचालित की जा रही है ताकि किसी भी श्रद्धालु को भोजन से संबंधित कोई समस्या न हो। नाफेड के प्रबंध निदेशक दीपक अग्रवाल स्वयं इस अभियान की निगरानी कर रहे हैं ताकि हर व्यक्ति को समय पर राशन उपलब्ध कराया जा सके।
श्रद्धालु महाकुंभ में रहते हुए व्हाट्सएप या कॉल के माध्यम से 72757 81810 नंबर पर राशन का ऑर्डर दे सकते हैं। रियायती दरों पर उपलब्ध राशन में 10 किलोग्राम के पैकेट में गेहूं का आटा और चावल, तथा 1 किलोग्राम के पैकेट में मूंग, मसूर और चना दाल वितरित की जा रही है। मोबाइल वैन के माध्यम से ऑर्डर मिलते ही संबंधित आश्रमों और संतों तक राशन तत्काल पहुंचाया जा रहा है।
कुंभ में श्रद्धालुओं के लिए सस्ता और उच्च गुणवत्ता वाला राशन: अब तक 700 मीट्रिक टन गेहूं का आटा, 350 मीट्रिक टन दाल (मूंग, मसूर और चना) तथा 10 मीट्रिक टन चावल वितरित किया जा चुका है। नाफेड के उत्पाद और ‘भारत ब्रांड’ के अनाज श्रद्धालुओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इस योजना के माध्यम से सरकार न केवल लाखों श्रद्धालुओं को उच्च गुणवत्ता का राशन उपलब्ध करा रही है, बल्कि इसे सुविधाजनक और सुगम भी बना रही है।