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मास्टरकार्ड ने ग्रामोफोन के साथ मिलकर भारत के 2 मिलियन किसानों को कृषि इनपुट और ऋण उपलब्ध कराएगी

किसानों के लिए डिजिटल क्रांति
किसानों के लिए डिजिटल क्रांति

मास्टरकार्ड ने कृषि तकनीकी प्लेटफॉर्म ग्रामोफोन के साथ मिलकर भारत के 20 लाख छोटे किसानों को कृषि इनपुट और क्रेडिट की सुविधा देने के लिए साझेदारी की है। इस पहल के तहत, मास्टरकार्ड कम्युनिटी पास प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसानों को विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में आवश्यक संसाधन और उपकरण प्रदान किए जाएंगे।

ऑफलाइन भुगतान की सुविधा Offline payment facility:

इस सहयोग का एक मुख्य आकर्षण कम्युनिटी पास वित्तीय समावेशन कार्ड के माध्यम से ऑफलाइन भुगतान की सुविधा है। ग्रामोफोन ने अपने मौजूदा 5 लाख किसानों को भी इन ऑफलाइन भुगतान विकल्पों और क्रेडिट सुविधाओं का लाभ पहुंचाने की योजना बनाई है, जिससे उन्हें आवश्यक संसाधन प्राप्त करने में आसानी होगी।

कम्युनिटी पास डिजिटल इकोसिस्टम Community Pass Digital Ecosystem:

कम्युनिटी पास एक व्यापक डिजिटल इकोसिस्टम प्रदान करता है, जो छोटे किसानों को टिकाऊ और उच्च गुणवत्ता वाली उपज की तलाश में खरीदारों से जोड़ता है। यह प्लेटफॉर्म आपूर्ति श्रृंखला वित्तपोषण की सुविधा भी प्रदान करता है, जिससे कृषि क्षेत्र के सभी हितधारकों के लिए एक केंद्रीकृत बाजार का निर्माण होता है। आने वाले महीनों में इस प्लेटफॉर्म पर एक ऑफलाइन भुगतान कार्ड और इनपुट क्रेडिट जैसी सुविधाएं भी लॉन्च की जाएंगी।

सुविधाओं का विस्तार Expansion of facilities:

आपको बता दें, इस साझेदारी से यह सुनिश्चित होगा कि किसान सही इनपुट को उचित कीमतों पर खरीद सकें। इस सेवा को इस साल के अंत में इनपुट और ऑफलाइन भुगतान से शुरू किया जाएगा, जबकि क्रेडिट की सुविधा अगले साल की शुरुआत में उपलब्ध होगी। इसके अलावा, ग्रामोफोन अपने सदस्यों के लिए ऑफलाइन सक्षम कार्ड के माध्यम से नए लॉयल्टी और कैश-बैक योजनाओं को भी पेश करने की योजना बना रहा है। इस सहयोग का उद्देश्य किसान उत्पादक संगठनों और छोटे खुदरा विक्रेताओं को कार्यशील पूंजी तक आसानी से पहुंच प्रदान करना भी है, जिससे उन्हें अपने व्यवसायों को बढ़ाने और इनपुट बिक्री में वृद्धि करने में मदद मिलेगी,” मास्टरकार्ड ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा।

कृषि क्षेत्र का डिजिटलीकरण Digitization of agriculture sector:

भारत सरकार के कृषि क्षेत्र को डिजिटाइज करने के दृष्टिकोण के अनुरूप, मास्टरकार्ड कृषि पारिस्थितिकी तंत्र के प्रमुख हितधारकों को एक प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए काम कर रहा है। ग्रामोफोन के साथ यह सहयोग सुनिश्चित करेगा कि किसान अपनी पसंद के गुणवत्ता वाले इनपुट को आसानी से क्रेडिट पर प्राप्त कर सकें और इंटरनेट कनेक्टिविटी या स्मार्टफोन की उपलब्धता के बिना भी डिजिटल भुगतान का लाभ उठा सकें,” मास्टरकार्ड के कम्युनिटी पास मार्केट्स के प्रमुख रिकार्डो पारेजा ने कहा।

ग्रामोफोन की योजना: ग्रामोफोन के सह-संस्थापक तौसीफ खान ने इस साझेदारी को लेकर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "ग्रामोफोन में, हमने लगातार अपनी इन-हाउस तकनीकी प्लेटफॉर्म के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाले कृषि परामर्श और उत्पादों को प्रदान किया है। अब, हम भारत के कृषि पारिस्थितिकी तंत्र को और सशक्त बनाने के लिए मास्टरकार्ड की उन्नत तकनीकी स्टैक और पार्टनर नेटवर्क को जोड़ने के लिए उत्साहित हैं। मध्य प्रदेश में एक पायलट परियोजना के साथ शुरुआत करते हुए, हम इनपुट और क्रेडिट तक पहुंच के माध्यम से किसानों की आय को 50-60 प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य रखेंगे।"

मास्टरकार्ड कम्युनिटी पास का प्रभाव: मास्टरकार्ड के अनुसार, अब तक मास्टरकार्ड कम्युनिटी पास, जो ग्रामीण आबादी के लिए एक साझा और इंटरऑपरेबल डिजिटल अवसंरचना है, भारत के 8 राज्यों के 25 जिलों में 20 लाख से अधिक किसानों को लाभान्वित किया है।
 

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