कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय और माइक्रोसॉफ्ट ने ‘AI करियर फॉर वुमन’ नामक एक विशेष प्रशिक्षण पहल शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल का उद्देश्य उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही युवतियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए सशक्त बनाना है। यह रणनीतिक साझेदारी उभरती तकनीकों में लैंगिक अंतर को कम करने और महिलाओं को डिजिटल अर्थव्यवस्था में भागीदार बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस कार्यक्रम के तहत, माइक्रोसॉफ्ट द्वारा तैयार किया गया 240 घंटे का प्रशिक्षण पाठ्यक्रम राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद (NCVET) के साथ परामर्श कर विकसित किया गया है। यह प्रशिक्षण ‘हब एंड स्पोक’ मॉडल पर आधारित होगा, जिसमें छह राज्यों के टियर-2 और टियर-3 शहरों में 30 उत्कृष्टता केंद्र (हब) और 150 सहयोगी संस्थान (स्पोक्स) शामिल होंगे। राज्य सरकारों के उच्च शिक्षा विभागों के सहयोग से यह कार्यक्रम संचालित किया जाएगा।
कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री और शिक्षा राज्य मंत्री श्री जयंत चौधरी ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट के साथ यह साझेदारी महिला सशक्तिकरण और तकनीकी शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में मंत्रालय की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़ा है और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम से भी जोड़ा जाएगा, जिससे शिक्षा को लचीला, बहुविषयी और उद्योग उन्मुख बनाया जा सकेगा।
इस कार्यक्रम को एडुनेट फाउंडेशन क्रियान्वित करेगा, जो भागीदार संस्थानों, शैक्षणिक निकायों, कॉरपोरेट्स और उद्योग संगठनों के साथ मिलकर कार्य करेगा। इसका उद्देश्य महिलाओं के लिए AI में उद्योग प्रासंगिक कौशल और आर्थिक अवसर सुनिश्चित करना है। यह कार्यक्रम 20,000 से अधिक छात्राओं को AI टूल्स, प्रोजेक्ट-आधारित प्रशिक्षण, विशेषज्ञों से मार्गदर्शन, सर्टिफिकेशन, इंटर्नशिप, अप्रेंटिसशिप और करियर के अवसर प्रदान करेगा। साथ ही ग्रामीण भारत की युवतियों को भी AI नवाचार और एंटरप्राइज में योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे ग्रामीण भारत में AI टैलेंट पाइपलाइन का निर्माण होगा।
AI में करियर बनाएंगी छोटे शहरों की बेटियां: माइक्रोसॉफ्ट इंडिया की ग्लोबल डिलीवरी सेंटर लीडर सुश्री अपर्णा गुप्ता ने कहा, “हमें एमएसडीई के साथ साझेदारी करके गर्व हो रहा है, जिसके माध्यम से हम भारत की युवतियों को AI क्षेत्र में करियर बनाने में सहयोग कर रहे हैं। यह साझेदारी टियर-2 और टियर-3 शहरों में संस्थानों की क्षमताओं को मजबूत करेगी और महिलाओं को AI-आधारित अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेगी।