मौसम पूर्वानुमान करने वाली प्रमुख एजेंसी स्काईमेट के अनुसार मानसून 2025 सामान्य रहने की उम्मीद है, जून से सितंबर तक औसतन 103% बारिश हो सकती है। खासकर जुलाई-अगस्त में अच्छी वर्षा होने की संभावना है, जिससे किसानों को फायदा मिलेगा। आईये जाने रिपोर्ट में क्या है खास:
रिपोर्ट के अनुसार, इस बार मानसून सामान्य रहने की संभावना है। जून से सितंबर तक देश में औसतन 103% बारिश हो सकती है, जिसमें ±5% का अंतर हो सकता है। सामान्य मानसून की श्रेणी 96% से 104% के बीच मानी जाती है।
स्काईमेट के एमडी जतिन सिंह ने बताया कि इस बार ला-नीना कमजोर रहा है और अब उसका प्रभाव खत्म हो रहा है। साथ ही, अल-नीनो जैसी कोई स्थिति बनने के संकेत नहीं हैं। इसका मतलब है कि मानसून पर इन दोनों का खास असर नहीं होगा। इस बार ENSO (एल नीनो-दक्षिणी दोलन) सामान्य रहेगा और Indian Ocean Dipole (IOD) के सकारात्मक रहने की संभावना है, जो अच्छी बारिश के संकेत हैं।
रिपोर्ट बताती है कि मानसून की शुरुआत यानी जून में बारिश थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन जुलाई और अगस्त के महीने में मानसून गति पकड़ेगा और अच्छी बारिश होगी। खासकर मानसून का दूसरा भाग पहले से बेहतर रहने की उम्मीद है।
क्षेत्रवार बारिश का पूर्वानुमान: स्काईमेट का मानना है कि इस बार पश्चिम और दक्षिण भारत में अच्छी बारिश हो सकती है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक और गोवा जैसे क्षेत्रों में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है। जबकि पूर्वोत्तर भारत और उत्तर भारत के पहाड़ी राज्य जैसे मेघालय, सिक्किम, उत्तराखंड और हिमाचल में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।
बारिश की संभावना प्रतिशत में:
मासिक पूर्वानुमान:
इस बार मानसून देश के लिए फायदेमंद रह सकता है, खासकर जुलाई-अगस्त के महीनों में अच्छी बारिश की उम्मीद है, जो किसानों के लिए राहतभरी खबर है।